आरयू वेब टीम। लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की तबीयत बिगड़ गई है, वे आइसीयू में भर्ती है। पिता की तबीयत की जानकारी देते हुए रविवार को चिराग पासवान ने पार्टी कार्यकर्ताओं को मार्मिक पत्र लिखकर अपनी मजबूरी बयां करते हुए कहा कि मैं अस्पताल में पापा को रोज बीमारी से लड़ते हुए देख रहा हूं। पापा ने मुझे कई बार पटना जाने का सुझाव भी दिया, लेकिन बेटा होने के नाते उन्हें छोड़कर जाना मेरे लिए संभव नहीं है।
चिराग पासवान ने आज पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए ये भावुक पत्र जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि कोरोना काल में लोगों को राशन मिलने में दिक्कत न आये इस वजह से पापा (राम विलास पासवान) अपने रूटीन हेल्थ चेकअप को टालते रहे, जिसके चलते वह थोड़ा अस्वस्थ हो गए। पिछले तीन हफ्तों से दिल्ली में उनका इलाज चल रहा है। मैं अस्पताल में पापा को रोज बीमारी से लड़ते हुए देख रहा हूं। पापा ने मुझे कई बार पटना जाने का सुझाव भी दिया, लेकिन बेटा होने के नाते उन्हें छोड़कर जाना मेरे लिए संभव नहीं है। आज जब उन्हें मेरी जरूरत है तो मुझे उनके साथ रहना चाहिए, नहीं तो मैं अपने आप को कभी माफ नहीं कर पाऊंगा।”
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चिराग पासवान ने आगे कहा कि पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते मुझे उन साथियों की भी चिंता है, जिन्होंने अपने जीवन को बिहार फस्ट बिहारी फस्ट के लिए समर्पित कर दिया है। मैं यह बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि अब तक गठबंधन के साथियों से न ही बिहार के भविष्य को लेकर और ना ही सीटों के तालमेल को लेकर कोई चर्चा हुई है। बिहार संसदीय बोर्ड और सभी सांसदों के साथ बैठक में मैंने ये बातें बताई हैं।
लोजपा अध्यक्ष ने पार्टी कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि जब तक रामविलास पासवान ठीक नहीं हो जाते हैं सभी पार्टी नेता और कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र में लोगों की कोरोना और बाढ़ की विपदा से लड़ने में मदद करें और अपने विधानसभा क्षेत्र में ही रहें।