आरयू ब्यूरो
लखनऊ। आज सुबह हजरतगंज इलाके में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई आईएएस अफसर अनुराग तिवारी(36) के मौत की गुत्थी रात में आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी सुलझ नहीं सकी। चार डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमॉर्टम के बाद विसरा, हार्ट और ब्लड प्रिर्जव कर लिया है। अब तीनों की जांच के बाद ही अफसर की मौत के रहस्य से पर्दा उठने की उम्मीद है।हालांकि रिपोर्ट में दम घुटने की बात भी सामने आई है। हालांकि दम कैसे घुट गया इस पर पुलिस से लेकर पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर तक जवाब देने की स्थिति में नहीं है।
इंस्पेक्टर हजरतगंज ने बताया कि पुलिस अनुराग तिवारी के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगालने के साथ ही अन्य बिन्दुओं पर छानबीन कर रही है। इसके अलावा विसरा, हार्ट और खून के नमूने को जांच के लिए पुलिस जल्द ही लैब भेजेगी।
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दूसरी ओर लखनऊ पहुंचे अफसर के परिजनों ने घटनाक्रम पर कई सवाल उठाते हुए अनुराग तिवारी के हत्या कराए जाने की बात कही है। अनुराग तिवारी के सबसे बड़े भाई आलोक तिवारी ने कहा कि सुबह अनुराग कभी भी टहलने नहीं जाते थे, उन्हें जल्दी उठने की आदत नहीं थी।
इसके अलावा वह अपना दोनों मोबाइल भी कमरे में ही छोड़कर बाहर क्यों निकले थे। यह बात हम लोगों के समझ के बाहर की है। साथ ही जिस तरह से उन्हें ठुड्डी के नीचे के हिस्से में बीचों-बीच चोट लगी है, वैसी चोट गिरने से लगना असंभव है।
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पूरी तरह फिट थे अनुराग
बिमारी या किसी तरह के अटैक की बात पर आलोक ने कहा कि अनुराग पूरी तरह से फिट थे। पत्नी से डाईवोर्स के बाद टेंशन की बात को उन्होंने खारिज करते हुए कहा कि मार्च में ही डाईवोर्स की प्रक्रिया पूरी हुई है। अनुराग इसके बाद से काफी खुश रहते थे, उनकी दूसरी शादी की भी हम लोग तैयारी कर रहे थे। अनुराग तिवारी की भाभी ने बताया कि वह बहराइच से रविवार को लखनऊ आए थे और आज फ्लाइट से बैग्लूरु जाने वाले थे।
अफसर की ईमानदारी के चलते बड़ी संख्या में हो गई थी दुश्मनी
आलोक तिवारी ने बताया कि अनुराग की गिनती अपने कैडर के ईमानदार के साथ ही काफी कड़क अफसर के रूप में होती थी। अपने दस साल के करियर में न सिर्फ वह कई जिले में बतौर डीएम तैनात रहे बल्कि उन्होंने हजारों करोड़ रुपए के घोटालों का भी पर्दाफाश किया था। साथ ही वह बड़ी संख्या में भ्रष्ट मातहतों को सस्पेंड भी कर चुके थे। उनकी इस कार्यशैली की वजह से विभाग के साथ ही अन्य काफी लोग उनके दुश्मन हो चुके थे। आलोक ने कहा कि यह लोग भी उनके भाई की हत्या करवा सकते हैं।
मां-बाप की तबीयत बिगड़ी
जिस बेटे की लंबी उम्र के लिए आज जन्मदिन के मौके पर भोर से ही महामृत्युंजय जाप चल रहा हो, उसके मौत की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया। रोते-पीटते मां बाप की भी तबीयत खराब हो गई है। हर कोई उनको दिलासा देने में लगा हुआ था।