आरयू वेब टीम। केंद्र सरकार और किसानों के बीच तीन नए कृषि कानूनों को लेकर बने गतिरोध को दूर करने के लिए शुक्रवार को (आठ जनवरी) आठवें दौर की बातचीत भी बनेतीजा रही है। अब 15 जनवरी को किसान नेताओं और सरकार के बीच अगली बैठक होगी।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में आज एक बार फिर सरकार ने किसान नेताओं के सामने कानून में संशोधन का प्रस्ताव रखा। सरकार की ओर से कहा गया कि कानून वापस नहीं ले सकते, क्योंकि काफी किसान इसके पक्ष में हैं। वहीं किसान नेता कानून रद्द करने की मांग दुहराते रहे।
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वहीं सरकार के रुख से नाराज किसानों ने बैठक के बीच में लंगर खाने से मना कर दिया। तल्खी बढ़ने पर सरकार ने लंच ब्रेक का आग्रह किया तो किसान नेताओं ने कहा कि ना रोटी खाएंगे ना चाय पिएंगे। इसके अलवा कुछ किसान बैठक में तख्ती लिए थे, जिसपर लिखा था, ‘हम या तो मरेंगे या जीतेंगे।’
मालूम हो कि दिल्ली के विज्ञान भवन में आज सरकार की ओर से केंद्रीय कृषिमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, खाद्यमंत्री पीयूष गोयल और वाणिज्य राज्यमंत्री सोम प्रकाश और किसानों की ओर से 40 किसान संगठनों के प्रतिनिधि बैठक में शामिल हुए। बैठक से पहले दोनों ही पक्ष किसी नतीजे पर पहुंचने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन बैठक में कोई हल नहीं निकला और 15 जनवरी को फिर से बैठक की तारीख तय कर वार्ता खत्म कर दी गई।