बदायूं हैवानियत पर महिला आयोग की सदस्य के बयान को प्रियंका ने बताया शर्मनाक, पूछा ऐसी सोच में कैसे होगी महिलाओं की सुरक्षा

प्रियंका गांधी

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी के बदायूं में महंत व उसके सार्थियों द्वारा 50 साल की महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य के दिए गए बयान को कांग्रेस की यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने शर्मनाक करार दिया है। साथ ही प्रियंका ने सवाल उठाते हुए शुक्रवार को कहा कि ऐसी सोच मे महिलाओं की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है।

राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी के बयान पर प्रियंका गांधी ने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से सवाल उठाए हैं। प्रियंका ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी हमला बोला है। कांग्रेस महासचिव ने अपने ऑफिशियल फेसबुक अकाउंट से पोस्ट करते हुए कहा, ‘क्या इस व्यवहार से हम महिला सुरक्षा सुनिश्चित कर पाएंगे? महिला आयोग की सदस्य बलात्कार के लिए पीड़िता को दोषी ठहरा रही हैं।

कांग्रेस महासचिव ने बदायूं प्रशासन को ये चिंता है कि इस केस का सच सामने लाने वाली पीड़िता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट लीक कैसे हुई। याद रखिए कि इस समय एक और भयावह बलात्कार के मामले में मुरादाबाद की पीड़िता मौत से जंग लड़ रही है। महिलाएं इस प्रशासनिक प्रणाली को व इस बदजुबानी को माफ नहीं करेंगी।’

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बता दें कि राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी बदायूं में पीड़ित परिवार से मिलने गुरुवार को पहुंची थी। उन्‍होंने पीड़िता के परिवार से मुलाकात से पहले एसएसपी के साथ बैठक कर पूरे मामले की जानकारी ली। इस बीच चंद्रमुखी देवी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, किसी के प्रभाव में महिला को कहीं नहीं जाना चाहिये और शाम को तो बिल्कुल नहीं। यदि शाम के समय महिला मंदिर जाते समय परिवार के किसी सदस्य को साथ ले जाती तो इस जघन्य वारदात को टाला जा सकता था। हालांकि उन्होंने कहा कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। मामले में पुलिस की लापरवाही भी उजागर हुई है। अगर पुलिस सक्रिय होती तो यह घटना नहीं हो सकती थी।

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वहीं चंद्रमुखी देवी का बयान सामने आने के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इससे किनारा करते हुए कहा कि, ‘मैं नहीं जानती कि आयोग की सदस्या ने यह कैसे और क्यों कहा है। महिला को यह अधिकार है कि वह अपनी इच्छानुसार कभी भी कहीं भी जा सके। यह समाज और सरकार की जिम्मेदारी है कि वो महिलाओं के लिए हर जगह को सुरक्षित बनाए।’ वहीं एक अन्य ट्वीट का जवाब देते हुए रेखा शर्मा ने लिखा है, ‘यह राष्ट्रीय महिला आयोग की राय नहीं है और मैं इसकी कड़े शब्दों में निंदा करती हूं।