छत्तीसगढ़: नक्सली मुठभेड़ में 23 जवान शहीद, 18 के मिले शव

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फाइल फोटो।

आरयू वेब टीम। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के बाद रविवार को 18 और शव बरामद हुए हैं। ये उन जवानों के शव हैं जो कल मुठभेड़ के बाद से 21 जवान लापता थे। आज सर्च ऑपरेशन के दौरान मुठभेड़ स्थल से सुरक्षाकर्मियों के 18 और शव मिले हैं। इस तरह से नक्सली हमले में कुल 23 जवान अब तक शहीद हो चुके हैं। हांलाकि कल ही पांच जवान शहीद हो गए थे और करीब 30 घायल जवान अस्पताल में भर्ती हैं।

बीजापुर एसपी ने रविवार को बताया कि नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में 23 जवान शहीद हो गए हैं और कई जवान अब भी लापता हैं। नक्सलियों ने दो दर्जन से अधिक सुरक्षाकर्मियों के हथियार व जवानों के जूते और कपड़े तक लूट लिए हैं। इस मुठभेंड़ में अभी तक नौ नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों के 31 जवान घायल भी हुए हैं। इनमें से 24 जवानों को बीजापुर में और सात को रायपुर में भर्ती करवाया गया है। दरअसल, बस्तर इलाके में शनिवार दोपहर लगभग 12 बजे जोनागुड़ा गांव के पास नक्सलियों की पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) बटालियन और तर्रेम के सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई थी।

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वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मामले पर दुख जताया और कहा कि जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। उन्होंने कहा, सात घायल सुरक्षाकर्मी जिन्हें रायपुर स्थानांतरित कर दिया गया था, खतरे से बाहर हैं। 21 जवान अब भी लापता हैं और बचाव दल उनकी तलाश कर रहा है। मुझे गृहमंत्री अमित शाह का फोन आया। उन्होंने सीआरपीएफ महानिदेशक को राज्य में भेजा है। मैं शाम को छत्तीसगढ़ लौटूंगा।

उन्होंने आगे कहा, नक्सलियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच चार घंटे तक गोलीबारी हुई। नक्सलियों को भारी नुकसान हुआ है। हमारे सुरक्षाकर्मियों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।

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