आरयू ब्यूरो, लखनऊ। किशोरी से बलात्कार व उसके पिता की हत्या के दोषी बीजेपी के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के परिवार के प्रति मोह दिखाने वाले कदम को किरकिरी होने के अब भाजपा ने वापस खींच लिया है। विपक्ष के हमले व उन्नाव पीडि़त परिवार के विरोध पर बीजेपी ने सजायाफ्ता कुलदीप सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर की उम्मीदवारी रविवार को रद्द कर दी है।
भाजपा ने आठ अप्रैल को पार्टी की ओर से उन्नाव जिला पंचायत के उम्मीदवारों की सूची में संगीता सेंगर को वार्ड नम्बर 22 फतेहपुर चौरासी तृतीय से उम्मीदवार घोषित किया था। जिसके बाद कुलदीप सेंगर की पत्नी को टिकट देने का मामला तूल पकड़ने लगा। खुद पार्टी के अंदर से ही विरोध के सुर उठने लगे। वहीं पीड़िता के परिवार की ओर से इसका विरोध करने के बाद पार्टी ने अपना निर्णय बदलते हुए संगीता का टिकट काट दिया है।
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वहीं स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि विभिन्न स्तरों की समीक्षा भी हो रही है। उन्नाव में वार्ड नम्बर 22 से संगीता सेंगर का टिकट हो गया था, अब संगीता सेंगर का टिकट रद्द किया जाता है। वह भाजपा की अधिकृत प्रत्याशी नहीं रहेंगी। भाजपा के उन्नाव जिला अध्यक्ष से आग्रह किया गया है कि वह वार्ड नम्बर 22 से तीन प्रत्याशियों का नाम शीघ्र ही भेजें, जिससे कि एक नाम फाइनल हो सके।
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि पंचायत चुनाव की मतदान प्रक्रिया अंतिम चरण में हैं। पंचायत चुनाव में कार्यकर्ता के परिश्रम की परिकाष्ठा के आधार पर हम सभी चुनाव जीतेंगे। सभी वार्ड के चुनाव जीतेंगे और जनपदों में बोर्ड भी बनेगा। सभी जिला पंचायत अध्यक्ष अपने होंगे। भाजपा हर जगह पर जिला पंचायत के साथ ही हर वार्ड में भी चुनाव जीतेगी। हर कार्यकर्ता से कहा गया है कि वह पार्टी के प्रत्याशी के साथ पूरे जोश के साथ लगें। हर बूथ को मजबूती दें।