आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव से पहले शनिवार को समाजवादी पार्टी ने बसपा और भाजपा को झटका दिया है। आज बीएसपी के छह निलंबित और भाजपा के एक विधायक साइकिल पर सवार हो गए हैं। इन सभी विधायकों ने अखिलेश यादव की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली। नेताओं को पार्टी में शामिल कराने के बाद सपा मुखिया ने कहा कि राज्य की जनता में भाजपा के खिलाफ इतना गुस्सा है कि आने वाले समय में भाजपा का राज्य से सफाया हो जाएगा।
सपा में शामिल होने वालों में बसपा के छह और भाजपा के एक विधायक सपा में शामिल हुए, जिसमें विधायक हरगोविंद भार्गव, असलम अली, हाकिम लाल बिंद, सुषमा पटेल, मुजतबा सिद्दकी, असलम राइनी और राकेश राठौर शामिल हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक भाजपा के राकेश राठौर सीतापुर से विधायक हैं और उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव की मौजदूगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। लंबे समय से बसपा से निष्कासित चल रहे छह विधायक सपा मुखिया के संपर्क में थे और चुनाव से ठीक पहले उन्हें पार्टी में शामिल करा लिया गया।
इस बीच अखिलेश ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि अपने-अपने लक्ष्य के साथ बहुत लोग सपा में आना चाहते हैं, लेकिन समय आने पर उसके ऊपर से भी पर्दा उठेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में भाजपा का सफाया होगा और ऐसे में भाजपा परिवार भागता परिवार ही दिखेगा।
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यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कल मैं सुना कि भाजपा ने 2017 में जो संकल्प पत्र दिया था उसे 90 फीसदी पूरा कर दिया गया है और बचा हुआ दो महीने में पूरा हो जाएगा, लेकिन मुझे लगता है कि भाजपा ने एक बार 2017 में संकल्प पत्र बनाया और उसे कूड़े में फेंक दिया और उसका एक भी पन्ना नहीं पलटा है। हालांकि यह दावा करते हैं कि पन्ना प्रभारी बहुत बनाते हैं।
अखिलेश यादव ने पहले ही कहा था कि वो कई छोटी-छोटी पार्टियों और दमखम रखने वाले नेताओं को साथ जोड़कर चुनावी मैदान पर उतरेंगे। उन्होंने कुछ वक्त पहले ही मऊ में एक जनसभा से पहले सुभासपा के साथ गठबंधन कर सपा को मजबूती प्रदान की थी।