आरयू ब्यूरो, लखनऊ। देश को प्रचार मंत्री नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री चाहिये, लेकिन प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री भाजपा के प्रचार मंत्री की तरह काम कर रहें, सुनने में आया है कि गुजरात से 169 मंत्री-नेता उत्तर प्रदेश के 71 विधानसभा में काम करेंगे। यह उनकी सोच और सत्ता की लालच को दिखाता है।
यह बातें रविवार को लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह पंचायती राज संगठन के बैनर तले आयोजि एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कही।
सुनील सिंह ने भाजपा के साथ ही आज सपा व बसपा की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि अबकी बार किसानों की सरकार बनेगी और उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री का चेहरा किसान ही होगा। भाजपा और उनकी बी टीम सपा और बसपा अपनी संभावित हार को देखकर जनता को अलग-अलग नामों से भ्रमित कर लगातार रैलियां मैं जनता के पैसों को बर्बाद किया जा रहा है जनता एक-एक रुपए का विधानसभा चुनाव 2022 में वोट के चोट से हिसाब लेगी।
चुनाव के समय भाजपा को मंदिर तो सपा को याद आते हैं जिन्ना
लोकदल अध्यक्ष ने आगे कहा कि चुनाव के समय भाजपा को मंदिर याद आती है तो वहीं सपा को जिन्ना। मुजफ्फरनगर के दंगे की जिम्मेदार सपा, भाजपा और रालोद जैसी पार्टी रही हैं। हिंदू और मुस्लिम दोनों ही लोगों को लड़ाने का काम सपा और भाजपा ने वोट बैंक के लिए किया। अखिलेश यादव की सरकार के प्रबंधन से मुजफ्फरनगर दंगा जनता को देखना पड़ा जो सरकारें दंगा को रोकने में नाकामयाब रही हो ऐसे में ऐसी सरकारों को सत्ता में आने का कोई अधिकार नहीं, मुजफ्फरनगर के दंगे में सपा, भाजपा, रालोद के हाथ तो पहले से ही खून में हाथ सने हुए हैं ऐसी सरकार को जनता बहिष्कार करेगी। यह लोग फिर एक बार हिंदू-मुस्लिम भाइयों को लड़ाने का काम करेंगे पर इन से सावधान रहने की जरूरत है।
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बीजेपी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए सुनील सिंह ने कहा कि भाजपा की जनविश्वास यात्रा से प्रदेश की जनता का विश्वास खो बैठे हैं जनता उन पर विश्वास नहीं करने वाली है। यूपी विधानसभा चुनाव में जनता भाजपा को सत्ता से बाहर कर देगी।
मुख्यमंत्री जनता को अपना परिवार मानते तो…
वहीं सीएम योगी द्वारा यूपी की 25 करोड़ जनता को अपना परिवार बताने वाले बयान पर सुनील सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री जनता को अपना परिवार मानते तो उन्हें ऑक्सीजन, बेड और दवा के अभाव में यूं ही मरने नहीं देतें और बड़ी संख्या में मौतों के बाद ऑल इज वेल का नारा नहीं लगाते।
रोजगार मांगने पर लोगों को लाठियों से पिटवाया जाता
सीएम योगी ने रोजगार मांगने पर कैसे उनकी सरकार में लोगों को लाठियों से पिटवाया जाता है यह भी उन्हें याद रखना चाहिए। इनता ही नहीं यूपी के 25 करोड़ लोग उनके परिवार के सदस्य होते तो योगी सरकार में उनपर लाठी-गोली नहीं चलाई जाती। यह वही जन लोग हैं जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी का हिटलर शाही जैसा रवैया देखा है। भाजपा की गलत नीतियों के कारण प्रदेश का हर वर्ग तंग आ चुका है। जीएसटी व नोटबंदी के कारण देश व प्रदेश की जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। आने वाले चुनावों में जीएसटी व नोटबंदी ही इनकी हार का सबसे बड़ा कारण बनेगी। भाजपा सरकार किसी भी प्रकार से प्रदेश की जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाई है। प्रदेश के मुखिया अनुपयोगी हैं।