आरयू ब्यूरो, लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को तीन और उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। जिसमें लखनऊ की सरोजनी नगर सीट से अभिषेक मिश्रा को प्रत्याशी बनाया है, जबकि समाजवादी पार्टी गठबंधन के सहयोगी दल अपना दल (कमेरावादी) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पल्लवी पटेल को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा है। केशव प्रसाद मौर्या कौशांबी के सिराथू विधानसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार हैं। इसके अलावा स्वामी प्रसाद मौर्या का भी टिकट बदल दिया है।
दरअसल समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे व अखिलेश यादव के बेहद करीबी अभिषेक मिश्रा को लखनऊ की सरोजनी नगर विधानसभा सीट से उम्मीदवार घोषित किया गया है। अभिषेक मिश्रा 2017 का विधानसभा चुनाव लखनऊ उत्तर से लड़े थे। हालांकि भाजपा की लहर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वही अभिषेक समाजवादी पार्टी के ब्राह्मण चेहरे के रूप में भी पहचान रखते हैं।
वहीं भाजपा का साथ छोड़कर सपा में आने वाले पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या को कुशीनगर के फाजिलनगर से समाजवादी पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। इससे पहले वह पडरौना विधानसभा सीट से लड़ने वाले थे।
बता दें कि साल 2017 के विधानसभा चुनाव में मौर्या भाजपा के टिकट पर पडरौन से लड़े थे और जीत दर्ज की थी। खबर है कि मौर्या अब पडरौना विधानसभा सीट से इसलिए चुनाव नहीं लड़ेंगे, क्योंकि भाजपा में शामिल होने के बाद आरपीएन सिंह का इस सीट से चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है।
यह भी पढ़ें- आधा दर्जन विधायकों के साथ सपा में शामिल होकर स्वामी प्रसाद मौर्या ने लिया भाजपा को उखाड़ फेकने का संकल्प, बोले, अब होगा 85-15 का मुकाबला
जब स्वामी प्रसाद मौर्या से पूछा गया कि भाजपा ने अगर आरपीएन सिंह को उनके खिलाफ पडरौना विधानसभा सीट से मैदान में उतारा, तो क्या उनके लिए बड़ा खतरा होगा? इस पर मौर्य ने कहा, “आरपीएन सिंह राज महल में पैदा हुए हैं और आम जनता से उनका कोई लेना-देना नहीं है। अगर वहां से वह किसी आम कार्यकर्ता को भी सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा दें, तो वह आरपीएन सिंह को हरा देगा।”