आरयू ब्यूरो,लखनऊ। उत्तर प्रदेश के टीईटी अभ्यर्थियों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। योगी सरकार ने यूपी में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के प्रमाण पत्र को आजीवन वैध करने की हरी झंडी दे दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को टीम नाइन के साथ बैठक में इस बिंदु पर चर्चा की शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाण पत्र को आजीवन वैधता प्रदान करने के निर्देश दिए।
अब टीईटी अभ्यर्थियों को एक बार परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद दोबारा इस परीक्षा को देने की आवश्यकता नहीं होगी। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने नोटिफिकेशन जारी करने को कहा। योगी सरकार के फैसले से प्रदेश के युवाओं को राहत मिलेगी। यूपी टीईटी उत्तीर्ण 21 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को इसका लाभ होगा।
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मालूम हो कि केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने तीन जून को ऐलान करते हुए कहा था कि टीईटी 2011 से जारी हो रहे प्रमाण पत्र आजीवन होंगे। इससे पहले यूपी में टीईटी प्रमाण पत्र की वैधता पांच वर्ष के लिए मान्य थी। हर पांच साल के बाद अभ्यर्थियों को यूपीटीईटी की परीक्षा उत्तीर्ण करना होता था।
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गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के प्राइमरी और माध्यमिक स्कूलों (कक्षा एक से आठ तक) में पढ़ाने के लिए टीईटी उत्तीर्ण होना अनिवार्य होता है। टीईटी प्रमाण पत्र की वैधता आजीवन किये जाने से अभ्यर्थियों को हर पांच साल में परीक्षा में बैठने और उत्तीर्ण होने से मुक्ति मिलेगी। साथ ही अब ना तो आवेदन शुल्क देना पड़ेगा। इससे परीक्षा लेने में होने वाले खर्च से भी निजात मिलेगी।