अब अखिलेश ने कहा, अस्तित्‍व बचाने को सपा-बसपा में शामिल होने के लिए बेचैन है भाजपा नेता

अस्तित्‍व बचाने

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। सपा-बसपा के गठबंधन का औपचारिक ऐलान के बाद रविवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा को एक बार फिर निशाने पर लिया है। अखिलेश ने दोनो पार्टी के गठबंधन से हताश भाजपा नेता-कार्यकर्ता अस्तित्व को बचाने के लिए अब बसपा-सपा में शामिल होने के लिए बेचैन हैं।

सपा मुखिया ने आज सोशल मीडिया के माध्‍यम से ट्वीट कर भजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि बसपा-सपा में गठबंधन से न केवल भाजपा का शीर्ष नेतृत्व व पूरा संगठन बल्कि कार्यकर्ता भी हिम्मत हार बैठे हैं। अब भाजपा बूथ कार्यकर्ता कह रहे हैं कि ‘मेरा बूथ, हुआ चकनाचूर’ ऐसे निराश-हताश भाजपा नेता-कार्यकर्ता अस्तित्व को बचाने के लिए अब बसपा-सपा में शामिल होने के लिए बेचैन हैं।

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बता दें कि अखिलेश ये हमला योगी के दो दिन पहले दिए उस बयान पर है जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो क्षेत्रीय दिग्गजों के ‘महागठबंधन’ पर चुटकी लेते हुए टिप्पणी कर कहा था कि “यह सपा-बसपा का गठबंधन खुद के अस्तित्व को बचाने की कोशिश है और कुछ नहीं। जनता को सच्चाई पता है और वे उसी के अनुसार मतदान करेंगे।

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गौरतलब है कि शनिवार को अखिलेश यादव और मायावती ने गठबंधन की घोषणा करते हुए दोनो पार्टी के 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कही थी। वहीं आंकड़ों को देखा जाए तो गठबंधन लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा के लिए कड़ी चुनौती माना जा रहा है। साझा प्रेसवार्ता में सपा-बसपा ने कांग्रेस को गठबंधन से बाहर रखने के साथ ही अमेठी और रायबरेली में अपने उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है।

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