आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कोरोना वायरस के चलते देशभर में लगाए गए लॉकडाउन के कारण किसानों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं योगी सरकार ने लॉकडाउन को देखते हुए अब सोशल मीडिया के सहारे किसानों की सहायता करने का मन बनाया है।
किसानों की समस्या देखते हुए प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मंगलवार को कहा है कि व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर इसका उपयोग किसानों को कृषि तकनीकी की जानकारी मुहैया कराने में किया जाए। साथ ही ये भी बताया कि इस व्हाट्सएप ग्रुप में सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ जनपद स्तर के कृषि अधिकारियों को जोड़ा जाएगा, जो किसानों की समस्याओं का समाधान करेंगे।
यह भी पढ़ें- उर्वरक खरीद को कृषि मंत्री ने बनाया आसान, अब किसान सीधे कर सकेंगे अधिकारियों से शिकायत, दाम भी घटे
इसकी जानकारी देते हुए कृषि मंत्री बने बताया कि न्याय पंचायत स्तर पर तकनीकी सहायक आठ से दस किसानों का एक ग्रुप बनाकर उन्हें कृषि कार्यों से संबंधित तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराएं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि किसानों को समय से खाद एवं बीज उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। साथ ही अपने अपने क्षेत्र के किसानों की मांग के अनुसार फसलों की लोकप्रिय वैरायटी की बीज की डिमाण्ड उपलब्ध कराएं।
वहीं अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कृषि मंत्री ने आज कहा है कि धान एवं दलहन की फसलों के लिए तकनीकी प्रयोग की भी जानकारी किसानों को दी जाए, ताकि बीज एवं खाद की लागत कम की जा सके। इसके अतिरिक्त ढैंचे एवं जिप्सम का भी प्रचार कर अधिक से अधिक किसानों को लाभान्वित किया जाए।
यह भी पढ़ें- मुख्यमंत्रियों से PM मोदी ने बात कर कहा, सोशल डिस्टेंसिंग से समझौता नहीं, लॉकडाउन का भी मिला फायदा
मंगलवार को कृषि मंत्री ने विधान भवन स्थित अपने कार्यालय में पत्रकारों को बताया कि साल 2020 के लिए निर्धारित लक्ष्य 14,500 कुंतल की जगह 10,800 कुंतल ढैंचा बीज जनपदों को उपलब्ध करा दिया गया है। इसके अलावा 24500 मी. टन जिप्सम भी मंडी समिति के माध्यम से यूपी एग्रो को उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने कहा कि ढैंचा और जिप्सम के उपयोग से जहां एक ओर भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी, वहीं दूसरी ओर खाद एवं उर्वरक की भी कम आवश्यकता होगी। उन्होंने बताया कि साल 2020 के लिए खरीफ आच्छादन लक्ष्य 95.15 लाख हेक्टयर करते हुए खरीफ उत्पादन का लक्ष्य 235.15 लाख मी. टन निर्धारित किया गया है।