ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के चलते किसान हो रहें प्रताड़ित, योगी सरकार किसानों के घर से गेंहू खरीदने का करें प्रबंध: कांग्रेस

आगरा मॉडल

आरयू ब्‍यूरो, लखनउ। गेहूं बिक्री के दौरान आ रही दिक्‍कतों को लेकर मंगलवार को कांग्रेस ने उत्‍तर प्रदेश की योगी सरकार पर हमला बोला है। आज कांग्रेस ने कहा कि गेहूं बिक्री के ऑनलाइन रजिस्‍ट्रेशन कराने की बाध्‍यता के चलते किसानों को तरह-तरह से प्रताड़ित होना पड़ रहा है। इसको देखते हुए योगी सरकार सीधे किसानों के घर से ही गेहूं खरीदने की व्‍यवस्‍था लागू करे, जिससे कि किसानों की समस्‍याओं का समाधान होने के साथ ही भ्रष्‍टाचार पर भी रोक लगेगी।

आज इस संबंध में अपने एक बयान में कांग्रेस के प्रदेश अध्‍यक्ष अजय कुमार लल्‍लू ने मीडिया से कहा है कि किसानों को गेहूं सरकारी रेट में बेचने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ रहा, इससे किसानों को बहुत समस्या आ रही। लॉकडाउन के चलते इंटरनेट कैफे हर जगह खुले नहीं है, साथ ही अगर किसान को 100 क्विंटल से ज्यादा गेहूं बेचना है तो उप जिलाधिकारी से सत्यापन भी करवाना पड़ेगा, जिसमे काफी समय लग रहा है। इससे परेशान होकर किसान अपना गेंहू औने-पौने दाम पर बेच दे रहे है।

उन्‍होंने आगे कहा कि इस प्रक्रिया से किसान प्रताड़ित हो रहा, इसलिए सरकार खरीद केंद्रों को आदेशित करें कि वह किसानों के घर-घर जाकर गेहूं की खरीद करें, इससे किसान परेशान नहीं होंगे और उन्हें वाजिब दाम मिल जाएगा।

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सरकारी व्‍यवस्‍था पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्‍यक्ष ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण के समय कामगार, मजदूर वर्ग के बीच भोजन के भी लाले हैं। जिनके लिये संकट की इस घड़ी में केवल सरकारी राशन ही एक मात्र पेट की भूख शांत करने का सहारा है, लेकिन कोटेदारो द्वारा राशन वितरण में धांधली हो रही है। वह राशन वितरण में प्रति राशन कार्ड दो से तीन किलों की घटतौली कर रहे है। साथ ही लाभार्थियों के अंगूठे लगवाकर राशन का बंदर-बाट कर रहे।

प्रदेश सरकार खाद्य आपूर्ति विभाग को कड़े निर्देश जारी करे, जिससे राशन वितरण में धांधली न हो और गरीब-मजदूरों को परेशानी न आये।

किसानों के साथ हो रहा सरासर अन्‍याय

वहीं लल्‍लू ने आज अपने बयान में कहा कि सरकार ने गेंहू खरीद का मूल्य 1925 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है, उससे 150-200 किसानों को कम मिल रहे हैं। किसानों को मिली रसीद में सरकारी रेट ही अंकित होता है, लेकिन खरीद सेंटर वाले डेढ़ से दो सौ रुपये प्रति कुंटल कम दे रहे हैं। साथ ही एक कुंतल के पीछे खरीद केंद्र वाले छह से सात किलो काट ले रहे हैं। ये किसानों के साथ सरासर अन्याय है।

लल्‍लू ने कांग्रेस पदाधिकारियों के साथ की वार्ता

कांग्रेस प्रवक्‍ता अनूप पटेल ने बताया कि आज सुबह इससे कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष ने वीडियो-कांफ्रेसिंग के माध्यम से यूपी के कांग्रेस पदाधिकारियों से संवाद किया। जिसमें उन्‍होंने किसानों के साथ हो रही गेहूं खरीद में आ रही समस्या और कोटेदारो द्वारा राशन वितरण में हो रही धांधली में प्रमुख रूप से चर्चा की।

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