आरयू वेब टीम।
बाबरी मस्जिद ध्वंस मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा अपने खिलाफ मुकदमा चलाने के आदेश पर केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने आज साफ तौर पर कहा कि मैं राम मंदिर निर्माण आंदोलन से शुरुआत से जुड़ी रही हूँ।
राम मंदिर के भव्य निर्माण के लिए मुझे जो भी करना पड़े मैं करूंगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राम मंदिर आंदोलन की वजह से ही आज भाजपा यहां तक पहुंची है। वहीं कांग्रेस ने उमा भारती से मंत्री पद से इस्तीफा देने की मांग की है।
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अपने सरकारी आवास पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने यह प्रेस कांफ्रेंस इसलिए बुलाई है कि मैं यह ऐलान कर सकूं कि अब राम मंदिर बनने का समय आ गया है। राम मंदिर बनकर रहेगा और कोई माई का लाल इसे नहीं रोक सकता।
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रहा सवाल सजा का तो मैं अयोध्या, गंगा और तिरंगे के लिए हर सजा भुगतने को तैयार हूं। इसके लिए भले फांसी हो क्यों न हो जाए। अब हमारे वकील इस मामले में अदालत में केस लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि मैं कोर्ट को भगवान की तरह मानती हूँ और अगर कोर्ट ने कहा होता कि दो घंटे के अंदर जेल जाना है तो मैं राम मंदिर के लिए जेल चली जाती।
उन्होंने यह भी कहा कि मैं आज ही अयोध्या जा रही हूं। वहां रामलला और हनुमानगढ़ी में हनुमान जी के दर्शन कर मुझे इस आंदोलन से जुड़ने का अवसर मिला इसके लिए उन्हें धन्यवाद दूंगी।
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वहीं कांग्रेस की ओर से अपने इस्तीफे की मांग पर उमा ने कहा कि मैंने तिरंगा मामले में मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ी थी, तब मामला साबित हो गया था, लेकिन ”अभी तो इस मामले में आपराधिक साजिश पर मुकदमा चलेगा।
उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस की किसी मांग का जवाब नहीं देती। उन्होंने कहा कि मंत्री पद मेरे लिए बहुत छोटी चीज है मैं तो राम मंदिर के लिए इंद्र का सिंहासन भी छोड़ सकती हूं।
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पीएम से इस संबंध में बात होने के सवाल पर उमा ने कहा कि ”इस मामले में मेरी अभी न तो प्रधानमंत्री से और ना ही आडवाणी जी से कोई बात हुई है। आज मंत्रिमंडल की बैठक के बाद यह फैसला आया इसलिए इस बारे में बात नहीं हो सकी’।