संसद में रक्षा मंत्री ने कहा, सीमा पर जवानों ने बेहद बहादुरी से चीनी सैनिकों को दिया मुंहतोड़ जवाब

संसद में राजनाथ सिंह
संसद में बोलते राजनाथ सिंह।

आरयू वेब टीम। अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारतीय सेना और चीनी सैनिकों के बीच झड़प के मामले में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में सरकार का पक्ष रखा। राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा पर हमारे जवानों ने बेहद बहादुरी ने चीनी सैनिकों का न सिर्फ मुंहतोड़ जवाब दिया, बल्कि उन्हें उलटे पांव लौटने पर मजबूर भी कर दिया। इतना ही नहीं भारत का एक भी सैनिक न तो गंभीर रूप से घायल हुआ और न ही कोई शहीद हुआ।

रक्षा मंत्री ने कहा कि इस झड़प के बाद दोनों पक्षों की ओर से फ्लैग मीटिंग हुई, और फिर दोनों पक्ष अपने पूर्व स्थान पर वापस चले गए। इससे पहले, उन्होंने सुबह इस मामले में दिल्ली में अहम बैठक की। इस बैठक में सीडीएस जनरल (रि) अनिल चौहान के साथ ही तीनों सेना के प्रमुखों ने भी हिस्सा लिया और तवांग में चल रही गतिविधियों पर अपनी बात रखी। उन्होंने सेना की तैयारियों को भी रक्षामंत्री को ब्रीफ किया। बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और सेना प्रमुख मनोज पांडे ने चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा स्थिति पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को जानकारी दी।

गौरतलब है कि राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि नौ दिसंबर की घटना के बाद स्थानीय कमांडर ने 11 दिसंबर 2022 को अपने चीनी समकक्ष के साथ स्थापित व्यवस्था के तहत एक फ्लैग मीटिंग की और इस घटना पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से चीनी पक्ष को इस तरह के एक्शन के लिए मना किया गया और सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए कहा गया।

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इस मुद्दे को चीनी पक्ष के साथ कूटनीतिक स्तर पर भी उठाया गया है। रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी सेनाएं हमारी भौमिक अखंडता को सुरक्षित रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और इसके खिलाफ किसी भी प्रयास को रोकने के लिए सदैव तत्पर हैं। मुझे विश्वास है कि यह सदन हमारी सेनाओं की वीरता और साहस को एक स्वर से समर्थन देगा।

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