आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। रविवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण को डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा का भेदभाव वाली कार्रवाई नहीं करने का निर्देश देना काम नहीं आया। निर्देश के दूसरे ही दिन आज गोमतीनगर विस्तार के सेक्टर पांच में दो अवैध निर्माण तोड़ने पहुंची एलडीए इंजीनियरों और अधिकारियों के टीम की पक्षपातपूर्ण वाली कार्रवाई सामने आई। टीम ने जहां कांप्लेक्स के पिछले हिस्से का सेट बैक छोड़ दिया वहीं ठीक उसी से सटे निर्माणाधीन मकान के सेटबैक पर जेसीबी चलवा दी।
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कार्रवाई से नाराज मकान मालकिन ने एलडीए के इंजीनियरों पर गंभीर आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत एलडीए वीसी के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से करने की बात कही है।
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एलडीए की टीम पर दबंगों ने किया पथराव, भगदड़
मजिस्ट्रेट, विहित प्राधिकारी सीएल मिश्रा, अधिशासी अभियंता डीसी सचान, एई दिवाकर त्रिपाठी, जेई नरेंद्र सिंह, जेई वीके गुप्ता समेत अन्य दो ट्रक पीएसी और गोमतीनगर पुलिस के साथ दोपहर में अवैध निर्माण को ढहाने पहुंचे।
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टीम के पहुंचने पर कुछ लोगों ने एलडीए की कार्रवाई का विरोध शुरू कर दिया, हंगामा चल ही रहा था कि तभी बिल्डिंग की छत पर मौजूद एसएन पांडेय के बेटे ने अपने साथियों के साथ एलडीए की टीम पर पथराव कर दिया। ऊपर से ईंट आती देख मौके पर भगदड़ मच गई। लोग गिरते-पड़ते भाग खड़े हुए। पथराव से गुस्से में आई पुलिस ने लाठी भांजकर भीड़ को तितर-बितर करने के बाद छत पर मौजूद दबंगों को पकड़कर पीटने के साथ ही गोमतीनगर थाने पहुंचाया।
पहले भी हो चुका था हंगामा
मालूम हो कि पिछले सोमवार को भी एलडीए की टीम सेक्टर पांच स्थित प्लॉट संख्या 5/761 पर बने अवकाश प्राप्त इंस्पेक्टर एसएन पांडेय के कर्मिश्यल भवन को ढहाने के साथ ही प्लॉट संख्या 5/762 पर निर्माणाधीन एसके साहू के मकान के अवैध हिस्से को तोड़ने पहुंची थी, लेकिन एसएन पांडेय ने जेसीबी के सामने लेटकर टीम को कार्रवाई करने से रोक दिया था, बाद मे टीम दोनों को एक हफ्ते की मोहलत देकर लौट आई थी।
महिला भेदभाव का आरोप लगाती रही और टीम चल पड़ी
शाम करीब साढ़े पांच बजे तक एसएन पांडेय की चार मंजिला बिल्डिंग की छत पर लगी होर्डिंग नहीं हटाने और बिल्डिंग के पिछले हिस्से का सेट बैक नहीं तोड़े जाने पर मालती देवी मीडिया के सामने एलडीए की टीम पर भेदभाव का आरोप लगाकर सामान कार्रवाई करने की बात कहती रही, लेकिन एलडीए की टीम जेसीबी के ड्राइवर साथ चलने का इशारा करते हुए वापस लौट गई।
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मालती देवी ने कहा कि उसने दबंग पड़ोसी की एलडीए में शिकायत की थी जिसके बाद इंजीनियरों ने अपनी खीज निकालने के लिए उसके भी निर्माणाधीन भवन को सील कर अवैध बताते हुए निर्माण तोड़ने का आदेश तक जारी करवा दिया।
एलडीए का कहना है कि उसने मकान के पिछले हिस्से में सेट बैक नहीं छोड़ा है और एक मंजिल अवैध बनवाया है, जबकि उसने ऊपर की मंजिल को खुद ही तोड़वा दिया था। इसके अलावा कॉलोनी में हर कोई देख सकता है कि किसी भी घर के पिछले हिस्से में सेटबैक नहीं छूटा है। फिर उसी के मकान पर कार्रवाई क्यों की गई। महिला ने कहा कि सच तो यह है कि एलडीए उसे गलत के खिलाफ आवाज उठाने की सजा दे रहा है।
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अभी तक मेरे पास कोई शिकायत नहीं आई है। शिकायत मिलने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एलडीए में भेदभाव जैसी कोई कार्रवाई नहीं होने दी जाएगी। एलडीए वीसी, प्रभु एन सिंह