यूपी में पुलिस कमिश्‍नर प्रणाली लागू, योगी की कैबिनेट में लगी मुहर, CM ने कहा, कानून-व्यवस्था के लिए की जा रही थी मांग

कमिश्‍नर प्रणाली
मीडिया को जानकारी देते सीएम योगी साथ में दिनेश शर्मा, केशव मौर्या व डीजीपी।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पुलिस सिस्टम को लेकर योगी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए पहली बार लखनऊ-नोएडा में पुलिस कमिश्‍नर सिस्टम लागू कर दिया है। योगी कैबिनेट ने सोमवार को इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब दिल्ली, मुंबई की तरह लखनऊ और नोएडा में भी पुलिस कमिश्‍नर होंगे।

वहीं कैबिनेट के इस फैसले के साथ ही आज लखनऊ व नोएडा में पुलिस कमिश्‍नर की नियुक्ति भी कर दी गई है। एडीजी सुजीत कुमार लखनऊ के पहले पुलिस कमिश्‍नर होंगे, जबकि आलोक सिंह नोएडा के पहले पुलिस कमिश्‍नर बनाएं गए हैं।

कैबिनेट के बाद सोमवार को लोकभवन में आयोजित प्रेसवार्ता में सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस की दृष्टि से आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण है। हमारी सरकार ने बेहतर पुलिसिंग के लिए बड़ा कदम उठाया है। लंबे समय से उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था के लिए इसकी मांग की जा रही थी। उसको पूरा किया गया है। आज के समय में लखनऊ में करीब 40 लाख तथा गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में करीब 25 लाख के आसपास की आबादी है।

लखनऊ में अभी तक कुल 40 थाना हैं। अब लखनऊ में पुलिस आयुक्त प्रणाली होगी। जिसमे एडीजी रैंक के अफसर पुलिस कमिश्‍नर होंगे। प्रदेश मे आयुक्त प्रणाली मेट्रोपॉलिटन सिटी में लागू होगी। इसके साथ ही दोनों जगह पर महिला एसपी रैंक की अधिकारी को अलग से नियुक्ति दी जाएगी, जिससे महिलाओ की सुरक्षा के लिए अलग से काम हो सके। एएसपी रैंक की महिला भी साथ रहेगी। एसपी और एएसपी रैंक का अधिकारी को नियक्ति दी जायेगी जिससे यातायात की व्यवस्था भी मजबूत हो।

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मुख्यमंत्री ने ये भी बताया कि पिछले 50 वर्ष में बेहतर पुलिसिंग के साथ ही साथ मजबूत कानून-व्यवस्था के लिए इस प्रणाली की मांग हो रही थी। हमने लखनऊ तथा नोएडा में आयुक्त प्रणाली को लागू कर दिया है। उन्होंने कहा कि दस लाख से अधिक की आबादी वाले महानगरों में पुलिस कमिश्‍नर प्रणाली लागू होने की जरूरत थी। राजनीतिक उदासीनता की वजह से यह नहीं किया गया। प्रदेश में महिला अपराधों पर त्वरित कार्यवाही हो। हमने महिला एसपी और महिला एडिशनल एसपी को तैनाती दी है। उन्होंने कहा कि पुलिस महकमे के लिए उम्मीद से ज्यादा देने वाला फैसला है।

यह फैसला जनता के हित में लिया गया ऐतिहासिक फैसला है। आम आदमी के लिए त्वरित न्याय, आम लोगों के दरवाजे पर ही मुहैया होगा। लगातार बेहतर हो रही कानून-व्यवस्था को और और बेहतर करने में सरकार का बड़ा फैसला है। पुलिस कमिश्‍नर को मजिस्ट्रेट पावर भी होंगे। पुलिस कमिश्‍नर को मजिस्ट्रेट के साथ 15 और शक्तियां दी जा रही हैं।

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प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ दोनों डिप्टी सीएम, सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह और श्रीकांत शर्मा, जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह, डीजीपी ओपी सिंह, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी तथा निदेशक सूचना शिशिर भी मौजूद रहे।

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इस रैंक के अधिकारी होंगे, लखनऊ-नोएडा के पुलिस कमिश्‍नर सिस्टम मे शामिल

एडीजी स्तर – कमिश्‍नर

दो डीआइजी, पांच एसपी, एक महिला एसपी ऑफिसर, एक एसपी ट्रैफिक तैनात होगा।

नोएडा में दो नए थाने बनाए जाएंगे।

पुलिस कमिश्‍नर के पास मैजेस्ट्रियल पावर होगी – 15 पावर कमिश्‍नर कों मिलेंगे।

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