प्राथमिक विद्यालय के पास चल रही ब्रेड की अवैध फैक्‍ट्री में लगी आग, जान बचाकर भागे मासूम

अवैध फैक्‍ट्री में आग
आग लगने के बाद दहशत के चलते स्कूल से निकलते बच्‍चे।

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। मड़ियांव इलाके के मोहिबुल्‍लापुर में शुक्रवार को ब्रेड की अवैध फैक्‍ट्री में आग लगने से हड़कंप मच गया। अधिकारियों की ला‍परवाही के चलते प्राथमिक विद्यालय से चंद कदमों की दूरी पर चल रही फैक्‍ट्री से उठती आग की लपटें देख स्‍कूल की छुट्टी कर मासूमों को समय रहते वहां से निकाल दिया गया।

आग लगने के बाद फैक्‍ट्री में रखे गैस सिलेंडर फटने से इलाके में दहशत फैल गयी। बड़ी संख्‍या में मौके पर जुटे लोगों ने आबादी के बीच फैक्‍ट्री चलने के लिए एलडीए व पुलिस को जिम्‍मेदार ठहराया। इसी बीच इंदिरानगर और बीकेटी फॉयर स्‍टेशन की गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर करीब दो घंटे की मेहनत से आग पर काबू पाया। आग से लाखों रुपए के नुकसान का अंदेशा है।

यह भी पढ़ें- चारबाग के दो होटलों में लगी भीषण आग, मासूम समेत छह की मौत, कई झुलसे, देखें वीडियो

अवैध फैक्‍ट्री में आग
आग बुझाने की कोशिश करता कर्मचारी।

बताया जा रहा है कि मोहिबुल्‍लापुर स्‍टेशन से कुछ ही दूरी पर आबादी वाले इलाके में कविता अग्रवाल की गौरी फूड्स ब्रेड फैक्‍ट्री है। आज फैक्‍ट्री में करीब चार दर्जन कर्मचारी काम कर रहे थे, तभी एकाएक फैक्‍ट्री में आग लग गयी। जिसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गयी और लोग फैक्‍ट्री से निकलकर भागने लगे।

वहीं कुछ कर्मचारियों ने फैक्‍ट्री से सामान बाहर निकालने के साथ ही आग पर भी काबू पाने की कोशिश की, हालांकि आग के विकराल रूप लेने के चलते वो नकामयाब रहें।

यह भी पढ़ें- दीवाली से पहले संदिग्‍ध हाल में आग लगने से जल गयी कपड़े व जूते की 16 दुकानें

फैक्‍ट्री से आग की लपटे और धुआं उठता देख। कुछ ही देर में मौके पर सैकड़ों लोग जमा हो गए। इस बीच वहां रखे गैस के सिलेंडरों में धमाके होने लगे तो लोग दहशत में आ गए। जब‍कि प्राथमिक विद्यालय में पढ़ रहे बच्‍चे रोने लगे। आग के बढ़ने की आशंका पर छुट्टी कराकर स्‍कूल को खाली करा दिया गया। सूचना पाकर मौके पर वाहनों के साथ पहुंचें बीकेटी और इंदिरनगर फायर स्‍टेशनों के जवानों ने दो घंटें की मशक्‍कत से आग पर काबू पाया।

अवैध फैक्‍ट्री में आग
मौके पर जुटी भीड़।

…नहीं तो हो जाता बड़ा हादसा

दूसरी ओर घटना को लेकर मौके पर जुटे लोगों में काफी रोष देखने को मिला। उनका कहना था कि अधिकारी घूसखोरी के चलते फैक्‍ट्री को अवैध जानने के बाद भी उसपर कार्रवाई नहीं करते है। ये तो गनीमत रही कि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया नहीं तो आज बड़ा हादसा हो जाता। लोगों का कहना था कि जिस समय आग लगी थी तो फैक्‍ट्री में गैस के दर्जनों सिलेंडर थे। अगर सब में ब्‍लॉस्‍ट हो जाता तो इलाके की तस्‍वीर ही बदल जाती। मौके पर पहुंचे मीडियाकर्मियों को भी फैक्‍ट्री वालों ने अंदर नहीं जाने दिया।

यह भी पढ़ें- घनी आबादी वाले अमीनाबाद में कारपेट के गोदाम में आग लगने से लाखों का नुकसान

अवैध फैक्‍ट्री में आग
फैक्ट्री से निकलती आग की लपटें व धुआं।

घटना के बारे में सीएफओ विजय कुमार सिंह ने कहा कि समय से घटनास्‍थल पर पहुंचे अग्निशमन विभाग के जवानों ने आग को बढ़ने से रोक लिया। आग लगने के कारण का पता लगाया जा रहा है। इसके अलावा अवैध फैक्‍ट्री के खिलाफ आगे की कार्रवाई करने के साथ ही संबंधित विभाग को भी कार्रवाई के लिए पत्र लिखा जा रहा है। दूसरी ओर एलडीए जोन चार के प्रवर्तन प्रभारी आनंद मिश्रा ने घटना की जानकारी होने से ही इंकार किया है।

यह भी पढ़ें- अखिलेश के ड्रीम प्रॉजेक्‍ट JPNIC में संदिग्‍ध परिस्थितियों में लगी आग, करोड़ों का सामान जला, उठें ये सवाल