अखिलेश का बीजेपी सरकार पर हमला, गांधी के देश में अल्‍पसंख्‍यकों का दहशत में रहना दुर्भाग्‍यपूर्ण

गांधी के देश में
महात्मा गांधी के चित्र पर मार्ल्यापण करने के बाद लाल बहादुर शास्त्री को पुष्प अर्पित करते अखिलेश यादव।

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। कुछ ताकतें देश में नफरत फैलाने में लगी है। भारत की आजादी की लड़ाई में ऐसी ताकतें शामिल नहीं थी। उनके पास भ्रम फैलाने के अलावा कोई काम नहीं है। आजादी की लड़ाई में हिन्दू-मुसलमान, सिख-ईसाई सभी शामिल थे। यह बातें आज सपा मुख्‍यालय पर आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्‍हें याद करते हुए अखिलेश यादव ने कही।

मोदी और योगी सरकार पर निशाने साधते हुए सपा अध्‍यक्ष ने आगे कहा कि गांधी के देश में अल्पसंख्यकों का दहशत में होना दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा सरकार ने पुलिस-प्रशासन और संघ कार्यकर्ताओं को खुली छूट दे दी है कि वे अल्पसंख्यकों को अपनी सनक का शिकार बनाए। अखिलेश ने कहा कि संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। कानून का राज मजाक बन गया है। इधर बीच उत्‍तर प्रदेश में सांप्रदायिकता की आग में करीब दर्जन भर जनपदों में आगजनी, तोड़फोड़ की घटनाएं हो चुकी हैं। इन परिस्थितियों में प्रशासन का मूक दर्शक बने रहना खतरनाक है।

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राष्‍ट्रपिता को याद करते हुए पूर्व मुख्‍यमंत्री ने कहा कि गांधी जी ने सत्य-अहिंसा के साथ ग्राम स्वराज का मंत्र दिया था। अब 2019 में उनके सपने का भारत बनाने के लिए समाजवादी साथियों को संकल्प लेना होगा। जो ताकतें देश तोड़ने, समाज को बांटने और एकाधिकारी प्रावृत्तियों को बढ़ावा दे रही हैं, उन पर अंकुश लगाने की जिम्मेदारी समाजवादियों पर ही है।

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पूर्व प्रधानमंत्री का जिक्र करते हुए अखिलेश बोले कि लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान, जय किसान का नारा दिया था। देश की रक्षा में किसान का बेटा ही सीमाओं पर लड़ता है। जबकि महात्‍मा गांधी ने गांव-किसान केंद्रित व्यवस्था अपनाने पर जोर दिया था, लेकिन आज की राजनीति में विचारों का अधूरापन मिलता है। सत्य को ढूंढना पड़ता है। जबकि अहिंसा की जगह असहिष्णुता और हिंसा का बोलबाला हो चुका है।

मन की सफाई पर भी देना होगा जोर

वहीं सपा अध्‍यक्ष ने प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान को निशाना बनाते हुए कहा कि स्वच्छता का ढोल पीटने से कुछ नहीं होगा। हमें मन की सफाई पर भी जोर देना होगा। मन स्वच्छ नहीं होगा, परस्पर प्रेम सौहार्द नहीं होगा, ईमानदारी नहीं होगी तो समाज का अंधकार कैसे दूर होगा। नोटबंदी और जीएसटी पर अखिलेश बोले कि इससे जनता बेहाल हो चुकी है। उसके बाद भी डिजिटल इण्डिया की बात हो रही है पर यह स्पष्ट नहीं है कि देश में खुशहाली और तरक्की लाने के लिए कौन रास्ता अपनाया जाएगा।

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इस दौरान कार्यक्रम में पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी, पूर्व सांसद राम सिंह शाक्य, विधायक एसआरएस यादव, संग्राम सिंह, सुनील यादव ‘साजन’, राजपाल कश्यप, राम वृक्ष यादव, राजेश यादव, अरविन्द कुमार सिंह, पूर्व मंत्री श्री पवन पाण्डेय तथा रामआसरे कुशवाहा, दिग्विजय सिंह, ऋचा सिंह समेत अन्‍य लोग मौजूद रहें।

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