आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। मुख्यमंत्री द्वारा समाजवादी विचारधारा को आतंकवादी बताना आजादी के आंदोलन का अपमान है। भाजपा, आरएसएस आजादी के आंदोलन में दूर-दूर तक शामिल नहीं थे, इसलिए वे उसके मूल्यों एवं आदर्शों से पूरी तरह अनजान हैं। योगी आदित्यनाथ समाजवादियों पर आपत्तिजनक बयान देने के लिए माफी मांगे।
ये बातें आज पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पूर्व केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के गोमतीनगर स्थित आवास पर पत्रकारों से कही। अखिलेश पूर्व मंत्री को 78 वें जन्म दिन की बधाई देने पहुंचे थे। सपा मुखिया ने सीएम पर हमला जारी रखते हुए कहा कि स्तरहीन और अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। राजनीति में शिष्टाचार नाम की चीज से उनका यह परहेज निंदनीय है।
रोजगार न देने पड़े इसलिए किया आतंकित
वहीं बोर्ड परीक्षा में अब तक दस लाख से ज्यादा परीक्षार्थियों के नहीं बैठने पर पूर्व मुख्यमंत्री ने सीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि नौजवान रोजगार न मांगे, इसलिए आंतकित कर उनको परीक्षाओं से वंचित कर दिया गया। अखिलेश ने नसीहत देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को जनहित में काम करना चाहिए। वे सिर्फ समाजवादी पार्टी को कोसने को ही अपना काम समझते है।
बीजेपी खुद है परिवारवादी पार्टी
वहीं भाजपा पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव बोले कि ये समाज को बांटने वाली पार्टी है। सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ना और जाति-धर्म का उन्माद फैलाना उसकी फितरत में है। इसके साथ ही परिवारवाद का आरोप झेल रहे अखिलेश यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा खुद परिवारवादी पार्टी है। समाजवादी पार्टी पर कोई आरोप लगाने से पहले भाजपा को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। भाजपा में बड़े नेताओं के पुत्र-पौत्र-पुत्रियां तमाम ओहदों पर बैठाए गए हैं।
यह भी पढ़ें- बजट सत्र के हंगामें पर बरसे योगी, जाने फिर क्या मिला जवाब
इस अवसर पर बेनी प्रसाद वर्मा के बेटे व पूर्व कैबिनेट मंत्री राकेश वर्मा, पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी, एमएलसी राजेश यादव भी उपस्थित थे। इस दौरान बेनी प्रसाद वर्मा ने अपने जन्मदिन का केक भी काटा।
यह भी पढ़ें- जानें लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंकने वाराणसी पहुंचे अखिलेश ने कही कौन सी खास बातें