मॉब लिंचिंग: भाजपा सरकार पर बरसे आजम खां, मुसलमानों को भी गाय व दूध के कारोबार से दूर रहने की दी सलाह

आजम का बयान

आरयू संवाददाता, 

रामपुर। समाजवादी पार्टी के फायर ब्रांड नेता आजम खां ने मंगलवार को एक प्रेसवार्ता के दौरान मॉब लिंचिंग को लेकर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि देश आजादी के बाद के सबसे खराब दौर गुजर रहा है। देश में इस समय जो हालात हैं, उसमें मुसलमानों को गाय खरीदने-बेचने के कारोबार के साथ ही दूध भी बेचना बंद कर देना चाहिए। इसके लिए वह उलमा, मुस्लिम बुद्धिजीवियों और पर्सनल लॉ बोर्ड से भी अपील करेंगे।

रामपुर में सपा कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में सपा के कद्दावर नेता ने भाजपा नेताओं के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री, मुख्‍यमंत्री, मंत्री, सांसद और विधायक जैसे कानून के रखवाले ऐसी भाषा बोल रहे हैं जो एक सभ्य समाज लिए ठीक नहीं है। उन्‍होंने गोरक्षा के नाम पर भीड़ द्वारा की जा रही हत्याओं के लिए भी भाजपा को जिम्मेदार ठहराया।

मुसलमानों का वोट चाहने वाले मॉब लिंचिंग पर साधे हैं चुप्‍पी

वहीं आजम खां ने दूसरे राजनीतिक दलों पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि वो वोट तो दलितों और मुसलमानों का चाहते हैं, लेकिन मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर चुप्‍पी साधे हुए हैं। सभी राजनीतिक दलों को मुसलमानों का वोट चाहिए, लेकिन मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर उनकी जुबान पर ताले लगे हुए हैं।

जान से बढ़कर नहीं वोट, छीन लेना चाहिए वोट का अधिकार

आजम ने कहा कि इस तरह गौरक्ष के नाम पर मॉब लिंचिंग में मुसलमानों की जान लेने से बेहतर है कि उनसे वोट देने का अधिकार ही छीन लिया जाए। वोट की कीमत जान से अधिक नहीं है। वह इतने पर ही नहीं रूके हमला जारी रखते हुए कहा कि जिन लोगों ने 1947 में हिंदुस्तान को अपना वतन माना था, आज उनको दूसरे दर्जे का नागरिक समझा जा रहा है।

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वहीं उन्होंने कहा कि अगर गाय हिंदुओं के लिए पूजनीय है तो हम भी एहतराम करते हैं। मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि वह गाय का दूध बेचने और उसके खरीद-फरोख्त का कारोबार बंद करने के साथ ही अपने कारोबार में बदलाव करें। इसके अलावा रोजी-रोटी कमाने के लिए कई काम किए जा सकते हैं।

जनता से किए गए वादो पर पीएम से पूछा सवाल

मोदी सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए आजम खान ने कहा किसी के भी बैंक खाते में 15-20 लाख रुपये नहीं आए। हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा भी झूठा साबित हुआ, करोड़ों खर्च होने के बाद गंगा साफ नहीं हुई। वो कहते हैं कि मंदिर वहीं बनाएंगे… तो बनाइए ना किसने रोका है। नोटबंदी और जीएसटी से देश बर्बाद हो गया है।

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