आरयू ब्यूरो, लखनऊ। देशवासियों से दिये जलाने की प्रधानमंत्री की अपील पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कटाक्ष किया है। पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए रविवार को अखिलेश यादव ने शायराना अंदाज में कहा कि ‘सोचो अंदर की रोशनी बुझाकर, कौन पा सका है बाहर के उजाले।’
सपा सुप्रीमो ने आज सोशल मीडिया के माध्यम से ट्वीट कर पीएम मोदी का नाम लिये बगैर कहा कि, ‘लोगों के लिए टेस्टिंग किट्स पर्याप्त नहीं हैं। हेल्थकेयर वर्कर्स के लिए पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट) भी पर्याप्त नहीं हैं। गरीबों को खिलाने के लिए पर्याप्त भोजन भी नहीं हैं। यही आज हमारे सामने मुख्य चुनौतियां हैं।’ साथ ही अखिलेश यादव ने आगे लिखा- सोचो अंदर की रोशनी बुझाकर, कौन पा सका है बाहर के उजाले।
यह भी पढ़ें- #9baje9minute: PM मोदी की अपील पर अखिलेश की प्रतिक्रिया, दिलों में उजाले बनाए रखिए
दूसरी ओर अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में पीपीई और टेस्टिंग किट का जिक्र किया है। इस बात का खुलासा एक सर्वेक्षण में भी सामने आया है। आंध्र प्रदेश में विदेश से लौटे लोगों की पहचान करना एक बड़ी चुनौती बन गई है, वहीं जम्मू-कश्मीर, बिहार, अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के कई जिले व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) और चिकित्सा सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं। ये खुलासे प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग की ओर से ‘कोविड-19 राष्ट्रीय तैयारी सर्वेक्षण 2020’ में हुए हैं। सर्वेक्षण में यह भी कहा गया है कि कोविड-19 महामारी के खतरे के बारे में लोगों को जागरूकता काफी अधिक है।
यहां बताते चलें कि कोरोना संकट के चलते देश में 21 दिनों तक लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को वीडियो संदेश दिया था। प्रधानमंत्री ने देशवासियों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना के अंधकार को प्रकाश की ताकत से हराने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पांच अप्रैल रविवार को रात नौ बजे नौ मिनट के लिए लोग अपने घरों की लाइटें बंद करें और दरवाजे-खिड़की पर खड़े होकर दीया, मोमबत्ती जलाएं या फिर मोबाइल की फ्लैश लाइट-टॉर्च से रोशनी करें। इस शक्ति के जरिए हम ये संदेश देना चाहते हैं कि देशवासी एकजुट हैं।