आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। मोदी सरकार संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने और तोड़ने का काम कर रही है। देश की एक-एक संस्था पर सवाल उठ रहें हैं। मोदी सरकार ने सीबीआइ का गलत इस्तेमाल कर विपक्ष को डराने-धमकाने का काम किया हैं।
ये बातें शुक्रवार को यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सपा मुख्यालय में जुटे छात्र और युवाओं के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कही। अखिलेश ने हमला जारी रखते हुए कहा कि राफेल डील पर बातें साफ होनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। उल्टा भाजपा कह रही उसका दामन साफ है।
सपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि भाजपा ने देशवासियों को गुमराह और निराश किया है। किसानों को धोखा देने के साथ ही नौजवानों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ किया है। गन्ना किसानों के अभी भी आठ हजार करोड़ रूपये बकाया है। आलू किसानों का भी कोई पुरसाहाल नहीं हैं।
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योगी आदित्यनाथ की बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री कई लाख हेक्टेयर जमींन पर पानी पहुंचाने का दावा करते हैं पर यह नहीं बताते कि वह जमींन कहां है? किसानों का कर्ज कितना माफ किया है? नौजवानों को रोजगार कहां मिला? इसका ब्यौरा सरकार को देना चाहिए।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने 2014 में लोकसभा और 2017 में यूपी के विधानसभा चुनाव के समय जनता से किया गया वादा आज तक पूरा नहीं किया। वहीं यूपी के कृषि कुंभ की बात करते हुए अखिलेश बोले कि कृषि कुंभ के नाम पर किसानों के साथ विश्वासघात किया जा रहा है। भाजपा के पास झूठ बोलने के अलावा कोई काम नहीं है।जबकि किसान परेशानियों की वजह से सो नहीं पा रहा है। साढ़े चार साल में 40 हजार से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या कर ली। जो निवेशक आए थे, वे कहां गए? किसानों की आय दुगनी होती तो व्यापारी को भी लाभ होता।
इस अवसर पर सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा, पूर्व अध्यक्ष विधानसभा माता प्रसाद पाण्डेय, पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी, सदस्य विधान परिषद एसआरएस यादव एवं अरविंद कुमार सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष युवजन सभा विकास यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष छात्रसभा राहुल सिंह और प्रदेश अध्यक्ष छात्रसभा दिग्विजय सिंह देव समेत अन्य लोग मौजूद रहें।
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