आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को मोदी और योगी सरकार को जनविरोधी बताते हुए जमकर हमला बोला है। आज अपने एक बयान में अखिलेश ने कहा कि भाजपा की सरकारों ने देश की अर्थव्यवस्था को चौपट करने के साथ आम जनता की जिंदगी को तबाह किया है।
अखिलेश ने तर्क देते हुए कहा कि भाजपा की प्राथमिकता में कभी गरीब, किसान, नौजवान नहीं रहे हैं, इसलिए जनहित की कोई योजना मोदी या योगी सरकार ने लागू नहीं की। ये सरकारें कॉरर्पोरेट घरानों की सुख-सुविधा के विस्तार के काम में ही लगी रही है। यही वजह है कि देश की सारी पूंजी चंद घरानो में ही सिमटकर रह गई है।
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अखिलेश ने हमला जारी रखते हुए आज मीडिया से कहा कि भाजपा सरकार के काले कारनामों ने नौजवानों और किसानों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। नौजवानों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। उत्तर प्रदेश में सपा सरकार ने जो भर्तियां शुरू की थी, योगी सरकार ने उन्हें भी किसी न किसी बहाने रोक दिया है। भाजपा के सभी दावे और वादे झूठे साबित हुए है। किसान लगातार जान देने के लिए मजबूर हो रहें हैं।
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सरकार कितनी शक्तिहीन है…
वहीं तेल के दामों में हो रही बढ़ोतरी को लेकर सपा अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार कितनी शक्तिहीन है, इसका पता इसी बात से चलता है कि तेल कंपनियों के साथ प्रधानमंत्री और पेट्रोलियम मंत्री की बातचीत भी बेनतीजा रही, कंपनियों पर उनका कोई अंकुश नहीं दिखाई दिया। पेट्रोलियम मंत्री ने तो साफ कह दिया है कि सरकार तेल कंपनियों के पेट्रोल-डीजल के रोजाना मूल्य समीक्षा में कोई हस्तक्षेप नहीं करेगी। जबकि केंद्र सरकार की ऐसी ही कार्यप्रणाली और निष्क्रियता के चलते डीजल के दाम बढ़ने से जहां माल भाड़ा और उसके चलते सामानों के दाम भी बढ़ गए हैं, इन्हीं कारणों से घरेलू अर्थव्यवस्था भी बिगड़ गई है।