आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लाखों लोगों की जान लेने वाला कोरोना वायरस एक बार फिर उत्तर प्रदेश में पैर पसार रहा है। इसके बीच यूपी पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने यूपी की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश ने कहा है कि कोरोना की पिछली लहर की भयावहता से योगी सरकार ने कोई सबक नहीं लिया है। यही वजह है कि यूपी में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को देखते हुए दहशत के हालात बनने के आसार हैं।
सोमवार को अपने एक बयान में सपा अध्यक्ष ने कहा कि यूपी में सक्रिय केस बढ़ रहे हैं। राजधानी लखनऊ तक इसका प्रकोप महसूस किया जाने लगा है। विशेषज्ञ चौथी लहर की आशंका बता रहे हैं। जून-जुलाई में कोरोना संक्रमण का पीक आ सकता है।
अखिलेश ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने कोरोना के प्रकोप में जनता को पिछले पांच साल अनाथ छोड़ दिया था। तब लाखों मौते होने की खबरें आई हैं। लॉकडाउन की अवधि में जनता को बहुत बुरे दिन देखने पड़े थे। उन दिनों की याद आज भी सिहरन पैदा करती है।
समीक्षा की नौटंकी कर रही भाजपा सरकार
साथ ही सपा अध्यक्ष ने योगी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा सरकार स्थिति की समीक्षा की नौटंकी कर रही है। वह ऐसा जता रही है जैसे कि वह सत्ता में अभी आई है, जबकि यह तो निरन्तरता की सरकार है। पिछले दिनों भी यही सरकार थी और मुख्यमंत्री भी वही हैं। मुख्यमंत्री की बैठकों का जमीन पर कोई असर नहीं है। इसलिए मंत्रियों को शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है। प्रदेश के नए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री अपनी ही विभागीय अव्यवस्था से क्षुब्ध हैं।
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दावा करते हुए अखिलेश ने आगे कहा कि सच तो यह है कि भाजपा सरकार स्वास्थ्य, शिक्षा एवं कानून व्यवस्था के सभी मोर्चों पर पहले से भी ज्यादा विफल साबित हो रही है। जनता को अपने हाल पर छोड़ दिया है। समाजवादी पार्टी लगातार प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाती रही है। भाजपा सरकार की स्वास्थ्य क्षेत्र में बदइंतजामी से लगता है कि वह हालात के और भयावह होने का इंतजार कर रही है।