आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में जिन्ना पर चल रही राजनीति और फर्जी एनकाउंटर को लेकर आज एक बार फिर योगी सरकार को घेरा है। अखिलेश नेे शोशल मीडिया के माध्यम से सवाल उठाते हुए उन्हें दिखावे की एनकाउंटर सरकार कहा है।
सपा मुखिया ने अपने ट्वीटर पर ट्वीट करते हुए कहा कि हर जगह दिखावे की सक्रियता दिखाने वाली प्रदेश की ‘एनकाउंटर-सरकार’ एएमयू में क्यों नहीं सक्रिय हो रही है, जहां छात्र-छात्राओं की पढ़ाई का माहौल बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हम एक बार नहीं सौ बार कहेंगे कि शिक्षा का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए, ये युवाओं के भविष्य का सवाल है। हांलाकि सपा सुप्रीमो ने जिन्ना की फोटो को लेकर कुछ नहीं लिखा है।
यह भी पढ़ें- अखिलेश का हमला, BJP कर रही अलोकतांत्रिक आचरण, फिर भी मौन है राजभवन
मालूम हो कि सपा अध्यक्ष अकसर ही सोशल मीडिया के माध्यम से योगी सरकार पर हमला बोलते रहते हैं। इस बार उन्होंने एएमयू विवाद को लेकर योगी सरकार पर इसलिए निशाना साधा है, क्योंकि जिन्ना के फोटो विवाद को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में सभी परीक्षाएं 12 मई तक के लिए स्थगित कर दी गई हैं। एएमयू स्टूडेंट यूनियन के नेतृत्व में बड़ी संख्या में स्टूडेंट धरने पर बैठे हुए हैं, जिससे उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है। वहीं असुरक्षा के कारण छात्रों के अभिभावकों में डर है।
यह भी पढ़ें- AMU विवाद पर बोले सपा सांसद, आजादी में गांधी-नेहरू जितना है जिन्ना का योगदान
उधर यूनिवर्सिटी से कुछ ही दूरी पर हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता भी रविवार को एक रैली निकालने की कोशिश करते नजर आए, जबकि सच ये है कि एएमयू प्रशासन और स्टूडेंट यूनियन ने एक बार भी ये बात नहीं कही है कि वो तस्वीर नहीं हटाना चाहते हैं।
इतना ही नहीं एएमयू स्टूडेंट यूनियन के सचिव फहद भी इस बारे में सपष्ट कहते हैं कि किसी के भी यूनिवर्सिटी गेट पर आकर चिल्लाने से एएमयू में कुछ नहीं बदल दिया जाएगा। सरकार को तस्वीर हटवानी है तो लिखकर दे। यह तस्वीर 1938 से लगी हुई है, क्योंकि उस हॉल में उन सभी लोगों की तस्वीर लगी है जिन्हें यूनियन की आजीवन सदस्यता दी गई थी। जिन्ना कभी भी एएमयू स्टूडेंट्स के आदर्श नहीं रहे हमारे आदर्श सर सैयद हैं और रहेंगे।
यह भी पढ़ें- योगी की चौपाल पर अखिलेश का हमला, कहा अस्त-व्यस्त हुई ग्रामीणों की दिनचर्या
बता दें एएमयू में जिन्ना की तस्वीर को लेकर सबसे पहले बीजेपी के सांसद ने इस तस्वीर का मुद्दा उठाया और एएमयू प्रशासन को पत्र लिखकर तस्वीर का कारण पूछा। इसके बाद से सियासी बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया।
हर जगह दिखावे की सक्रियता दिखानेवाली प्रदेश की ‘एनकाउंटर-सरकार’ AMU में क्यों नहीं सक्रिय हो रही है, जहां छात्र-छात्राओं की पढ़ाई का माहौल बुरी तरह प्रभावित हुआ है. हम एक बार नहीं सौ बार कहेंगे कि शिक्षा का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए, ये युवाओं के भविष्य का सवाल है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 8, 2018