अमित शाह का हमला, अखिलेश को चश्में के एक शीशे से धर्म तो दूसरे से दिखाई देती है जाति

अमित शाह
जनसभा को संबोधित करते गृह मंत्री।

आरयू ब्यूरो,लखनऊ/रामपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सपा के मुखिया अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। शाह ने संबोधन के दौरान अपना चश्मा उतारा और अखिलेश यादव पर जोरदार हमला बोला।

शाह ने अपना चश्मा उतारते हुए कहा, ” मैंने चश्मा पहना है और मुझे इससे आप एकदम साफ दिखाई दे रहे हैं। अखिलेश बाबू भी एक एनक (चश्मा) पहनते हैं, लेकिन उन्हें एक ग्लास से एक जाति दिखाई पड़ती है, तो दूसरे ग्लास से एक धर्म दिखाई पड़ता है और उसके अलावा कुछ दिखाई नहीं पड़ता। आप लोगों का तो नंबर ही नहीं लगना है। नरेंद्र मोदी की सबका साथ और सबका विकास वाली राजनीति ही उत्तर प्रदेश का भला कर सकती है।”

गृह मंत्री ने कहा कि योगी राज में उत्तर प्रदेश विकास के रास्ते पर आगे बढ़ा है। अब यूपी में बाहुबली नहीं बजरंग बली हैं। सपा, बसपा और कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं और आतंकवादियों को जमानत देने का समर्थन करते हैं, जबकि भाजपा गरीबों, महिलाओं व युवाओं की बात करती है। गृह मंत्री अमित शाह ने यहां पर कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में तीन चरण का मतदान हो चुका है। इसमें तो सपा व बसपा के साथ कांग्रेस और अन्य का सूपड़ा साफ है।

उन्होंने कहा कि आप लोगों ने सीतापुर से भाजपा को 2014, 2017 व 2019 में भाजपा को विजय दिलाई. 2022 में जिताकर चौका लगाइये। यह चुनाव प्रदेश के भाग्य बदलने का चुनाव है। शाह ने कहा प्रदेश के किसानों व युवाओं का चुनाव है। आपका वोट प्रदेश के भविष्य के लिए है। कमल के निशान पर बटन दबाएं। प्रदेश की पहचान बदलने के लिए हम आपसे वोट मांगने आए हैं।

यह भी पढ़ें- अखिलेश-मायावती पर अमित शाह का हमला, सपा-बसपा सरकार में था भ्रष्टाचार का बोलबाला

उत्तर प्रदेश में तीन चरणों में 172 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है। बाकी चार चरणों के लिए मतदान होना बाकी है और सभी पार्टियां जोर-शोर से चुनाव प्रचार में जुटी हुई हैं। तीन चरणों के मतदान के बाद एक तरफ जहां सपा यह दावा कर रही है कि प्रदेश में उसकी सरकार बनना लगभग तय है, तो भाजपा का दावा है कि इन तीन चरणों में उसने बड़ी बढ़त हासिल कर ली है, हालांकि सभी चरणों के नतीजे दस मार्च को घोषित किए जाएंगे और तब यह भी साफ हो जाएगा कि प्रदेश की जनता ने किसे सूबे की कमान सौंपी है।

यह भी पढ़ें- अमित शाह की रैली में शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने किया हंगामा, उठाया आरक्षण घोटाले का मुद्दा, पुलिस ने खदेड़ा