केशव मौर्या ने आपातकाल को बताया लोकतंत्र पर काला धब्बा, मायावती के फैसले का भी किया स्वागत

आपातकाल

आरयू ब्यूरो,लखनऊ। प्रयागराज पहुंचे डिप्टी सीएम केशव मौर्या ने शनिवार को साल 1975 में आज के ही दिन यानी 25 जून को देश में लगाई गई इमरजेंसी को लेकर बयान दिया। केशव मौर्या ने कहा कि 25 जून, 1975 का दिन आजादी के बाद लोकतंत्र के लिए काला दिन है, क्योंकि इलाहाबाद हाई कोर्ट के एक फैसले के बाद जो कुछ हुआ था। वह एक काला अध्याय है।

डिप्टी सीएम ने कहा, “आपातकाल देश पर एक काला धब्बा है। आपातकाल लोगों की आजादी को कब्जे में करने का एक प्रयास था।।” भारतीय जनता पार्टी इस दिन को आपातकाल दिवस के रूप में मना रही है। वहीं कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा, “कांग्रेस पार्टी कभी-कभी लोकतंत्र की बात करती है, लेकिन उनका क्या इतिहास रहा है, यह उन्हें याद करना चाहिए।

आज का दिन देश के इतिहास में काला दिन है और इसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है।” डिप्टी सीएम ने कहा, “देश की उज्जवल कीर्ति पर कांग्रेस द्वारा आज के दिन काला धब्बा लगाया गया। यही वजह है कि लगभग पूरा देश आज कांग्रेस मुक्त होने की ओर आगे बढ़ रहा है।”

वहीं, केशव मौर्या ने बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन दिए जाने का स्वागत किया है। उन्होंने कहा,द्रौपदी मुर्मू एक गरीब और आदिवासी परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उन्होंने जो देश और समाज की सेवा की है, वह ऐतिहासिक रहा है।

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साथ ही कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जैसे नेता सभी दलों से द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की अपील कर रहे हैं। सभी लोग दलगत राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन दें। उन्होंने कहा कि पूरे देश में द्रौपदी मुर्मू जी को लेकर एक पॉजिटिव माहौल है और लगातार उनके पक्ष में माहौल और मजबूत हो रहा है।

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