अकील ने ही कराई थी श्रवण साहू की हत्‍या, दो शूटरों समेत तीन गिरफ्तार

sharavan sahu hatyakand
प्रेसवार्ता में शूटरो के साथ एसएसपी मंजिल सैनी व अन्य । फोटो-आरयू

आरयू ब्‍यूरो

लखनऊ। कई दिनों से राजधानी पुलिस की साख का सवाल बने श्रवण साहू हत्‍याकांड का आज एसएसपी मंजिल सैनी ने खुलासा करने का दावा किया है। पुलिस के अनुसार सआदतगंज में एक फरवरी की रात हुई श्रवण साहू की गोली मारकर हत्‍या अकील ने ही कराई थी।

अकील के अम्‍बेडकरनगर बसखारी निवासी साथी सत्‍यम उर्फ उत्‍तम और बस्‍ती जिले के कलवारी क्षेत्र के अमन सिंह ने घटना को अंजाम दिया था। इसके अलावा अम्‍बेडकरनगर के समनपुर निवासी अजय पटेल ने भी दोनों की सहायता की थी। एसटीएफ और क्राइम ब्रांच की टीम ने शूटरों को दिल्‍ली से गिरफ्तार किया है।

शूटरों ने पुलिस को बताया कि अकील उनका खर्चा उठाता था, इसके अलावा उसने आगे भी हर तरह की आर्थिक सहायता की बात कहते हुए श्रवण साहू की हत्‍या करने के लिए उनको राजी किया था। एक योजना के तहत घटना से पहले शातिर अकील ने दूसरे मामले में कोर्ट में समर्पण कर दिया था।

घटना के खुलासे के बाद पुलिस शूटरों को असलहा देने वाले की तलाश करने के साथ ही आरोपितों के खातों की भी जांच कराने की बात कह रही है। इसके अलावा अभी पुलिस घटना में इस्‍तेमाल असलहा भी बरामद करने का प्रयास कर रही है।

बता दें कि 16 अक्‍टूबर 2013 को सआदतगंज निवासी आयुष साहू की अकील अंसारी ने अपने साथी के साथ मिलकर उसकी हत्‍या कर दी थी। बेटे की मौत के बाद श्रवण साहू उसे न्‍याय दिलाने के लिए लड़ाई लड़ रहे थे।

इसी बीच अकील ने पारा पुलिस और क्राइम ब्रांच को इस्‍तेमाल करते हुए उन्‍हें फर्जी मुकदमें में फंसाकर जेल भेजने की साजिश रची थी, लेकिन मामला खुल गया और तीन पुलिसकर्मिैयों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा था, जबकि अन्‍य पर भी विभागीय कार्रवाई एसएसपी ने की थी।

सजिश रचने समेत अन्‍य मामले में फरार चल रहे अकील ने कोर्ट में आत्‍मसर्मण कर दिया था। जिसके बाद एक फरवरी की रात बदमाशों ने श्रवण साहू की सआदतगंज स्थित उनकी दुकान पर गोली मारकर हत्‍या कर दी थी।