आरयू ब्यूरो, लखनऊ। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले जगह-जगह आकृतियां बनाई गई हैं। अयोध्या में रेत शिल्प पर रामकथा की कृतियां उकेरी गईं, जिसे खासा पसंद किया जा रहा। जिसे अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त रेत शिल्प कलाकार पद्मश्री सुदर्शन पटनायक ने इस कृति को उकेरा है। वर्ल्ड रिकार्ड्स आफ इंडियन की ओर से रेत शिल्प कलाकार को रविवार की रात इस आशय का प्रमाण-पत्र जारी किया गया। अयोध्या आने वाला हर शख्स इस कृति को देख रहा, उनमें से एक सीएम योगी भी थे। प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या पहुंचे थे। सर्किट हाउस में अफसरों संग मीटिंग के बाद सीएम योगी रेत पर बनी इस आकृति को देखने पहुंचे और यहां सेल्फी भी ली।
सीएम योगी ने रविवार को यह सर्टिफिकेट राज्य ललित कला अकादमी की निदेशक डा. श्रद्धा शुक्ला को प्रदान किया। रामोत्सव के अवसर पर राज्य अकादमी, उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग की तरफ से रेतशिल्प कला शिविर का आयोजन किया गया था। रेतशिल्प के प्रख्यात कलाकार ओडिशा के पुरी निवासी पद्मश्री सुदर्शन पटनायक ने अपनी टीम संग इसका निर्माण किया था।
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दरअसल उत्तर प्रदेश राज्य ललित कला अकादमी की ओर से आमंत्रित सुदर्शन पटनायक व उनके साथियों ने सरयू अतिथि गृह के निकट रामकथा पार्क में यह रेत शिल्प दो दिनों में तैयार किया। इस प्रमाण पत्र में कहा गया है कि भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पद्मश्री सुदर्शन पटनायक और उनके सात शिष्य कलाकारों ने 23 फीट ऊंची, 55 फीट लम्बी और 35 फीट चौड़ी रेत शिल्प की कलाकृति में 500 कृतियां बनाकर विश्व कीर्तिमान बनाया। यह जानकारी उ.प्र.राज्य ललित कला अकादमी की निदेशक डा. श्रद्धा शुक्ला ने दी है।
इसमें उनके सहयोगी संतोष कुमार नायक, बुलू मोहंती, जितेंद्र, प्रमोद बिसवाल, महेश्वर, केनी कावासी एवं बनामबार पटनायक भी शामिल रहे। मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अवनीश अवस्थी आदि मौजूद रहे।