बैकफुट पर JNU प्रशासन, फीस वृद्धि का फैसला लिया वापस

फीस वृद्धि
प्रदर्शन करते छात्रों को रोकती पुलिस।

आरयू वेब टीम। फीस वृद्धि के खिलाफ कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र को आज राहत मिल गई है। जेएनयू प्रशासन ने हॉस्टल फीस वृद्धि का फैसला वापस ले लिया है।

इस संबंध में शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा है कि फीस वृद्धि का फैसला वापस ले लिया गया है। जेएनयू में फीस बढ़ोतरी के फैसले को वापस लेने के फैसले के बाद भी छात्रसंघ संतुष्ट नहीं है। प्रदर्शनकारी छात्र नेताओं ने कहा कि सरकार हमें मूर्ख बना रही है। बढ़ी हुई फीस में बहुत ही मामूली कमी की गई है।

वहीं शिक्षा मंत्रालय के सचिव आर सुब्रमण्यम ने ट्वीट कर कहा, ”जेएनयू कार्यकारी समिति ने हॉस्टल शुल्क बढ़ोतरी का फैसला वापस ले लिया है। साथ ही ईडब्ल्यूएस छात्रों को आर्थिक सहायता के लिए एक योजना प्रस्तावित किया गया है।

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बता दें कि इससे पहले जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्रों ने छात्रावास शुल्क में वृद्धि वापस लेने की अपनी मांग को लेकर आज अपना विरोध-प्रदर्शन तेज कर दिया था। इस वजह से विश्वविद्यालय प्रशासन को कार्यकारिणी परिषद की बैठक परिसर से बाहर आयोजित करनी पड़ी। इसी बैठक में आज फीस बढ़ोतरी का फैसला वापस लेना पड़ा। परिषद जेएनयू की फैसला लेने वाली सर्वोच्च संस्था है।

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छात्र संगठनों का दावा है कि छात्रावास नियमावली मसौदा में छात्रावास शुल्क वृद्धि और ड्रेस कोड आदि के प्रावधान हैं, जिसे इंटर-हॉल प्रशासन ने मंजूरी दी है। प्रदर्शनकारी छात्रों ने बुधवार को प्रशासन खंड के बाहर जेएनयू प्रशासन और कुलपति के खिलाफ नारेबाजी की। बता दें कि नए हॉस्टल ड्राफ्ट मैनुअल में कई पाबंदियां और तमाम मदों में फीस बढ़ोत्तरियां की गई हैं। इस मुद्दे पर सोमवार को भी विद्यार्थियों ने जमकर बवाल काटा।

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