आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। राजधानी में लगातार बढ़ रहें डकैतों, हत्यारों व बदमाशों के बड़ रहें तांडव को लेकर आज सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने योगी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने के साथ ही जमकर हमला बोला है। सपा मुख्यालय पर आयोजित एक प्रेसवार्ता में राजेंद्र चौधरी ने कहा कि अपराधिक घटनाओं की बाढ़ आ गयी है।
उन्होंने आगे कहा कि चिनहट में डकैती के बाद बदमाशों ने काकोरी के गांवों में उत्पात मचा युवक की जान लेने के साथ ही दर्जनों लोगों को घायल कर उनकी मेहनत की कमाई लूट ली। उससे पहले शनिवार को नाका में दिनदहाड़े बदमाशों ने घर में घुसकर महिला की बेरहमी से हत्या करने के साथ ही लूटपाट भी की।
लगातार हो रही संगीन घटनाओं के बाद भी सूबे के पुलिस मुखिया की कुर्सी 21 दिनों से खाली है। इन हालात को देखकर अब ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश में सरकार नाम की कोई संस्था है ही नहीं। हर ओर जंगलराज है। भाजपा सरकार तो जनता को उसी जंगलराज में छोड़कर विधानसभा चुनाव के बाद से ही 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में लग गयी है।
योगी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी ने यह भी कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री के साथ ही मंत्रीगण भी जहां बाहर यात्राओं और महोत्सवों में लगे हैं। वहीं बच्चियां स्कूल जाने से डर रही हैं तो महिलाओं को घर में भी डर लगने लगा है। पिछले दस महीनों में ही लड़कियों से छेड़खानी की दो लाख से ज्यादा शिकायतें दर्ज हुई हैं।
एक सवाल के जवाब में राजेंद्र चौधरी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के दावे के अनुकूल अपराधी तो प्रदेश छोड़कर गए नहीं, लेकिन अब जनता ही उत्तर प्रदेश छोड़कर जाने की स्थिति में आ गयी है। लोकतंत्र में इससे बुरी स्थिति कभी नहीं रही। वरिष्ठ पत्रकार नवलकांत सिन्हा पर हाल ही में हुए हमले को जिक्र करते हुए मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि इस सरकार में कोई भी सुरक्षित नहीं हैं, पत्रकारों को भी लगातार निशाना बनाया जा रहा है।
पिछले सरकार के कार्यप्रणाली की बात करते हुए राजेंद्र चौधरी ने कहा कि अखिलेश यादव ने अपराध नियंत्रण के लिए यूपी डॉयल 100 सेवा शुरू की थी। इसके अलावा महिलाओं के लिए 1090 वूमेन पॉवर लाइन सेवा थी। इनको भी योगी सरकार ने निष्क्रिय कर दिया। अखिलेश यादव ने बिना यूपीकोका के पुराने कानूनों का इस्तेमाल करते हुए अपराध रोकें थे। प्रेस कांफ्रेंस में वरिष्ठ नेता एसआरएस यादव भी मौंजूद रहें।