आरयू वेब टीम। भारतीय जमीन पर कब्जा करने की चीन की कारस्तानियों के बीच बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बड़े देशों के विवाद से साफ तौर पर किनारा कर लिया है। शेख हसीना ने कहा है कि हमारी विदेश नीति बहुत साफ है। हमारी सभी से मित्रता है किसी से भी द्वेष नहीं रखना। अगर चीन और भारत के बीच कोई समस्या है तो मैं उसमें नहीं पड़ना चाहती। मैं अपने देश का विकास चाहती हूं।
हम 1971 के युद्ध के दौरान के भारत के योगदान को हमेशा याद करते
समाचार एजेंसी एएनआई को दिए अपने एक इंटरव्यू में शेख हसीना ने कहा कि भारत हमारा भरोसेमंद साथी है। हम 1971 के युद्ध के दौरान के भारत के योगदान को हमेशा याद करते हैं। 1975 में जब मैंने अपने परिवार के सभी सदस्यों को खो दिया था, तब तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री ने हमें भारत में आश्रय दिया था। भारत और बांग्लादेश करीबी पड़ोसी हैं। मैं हमेशा अपने पड़ोसी देशों के साथ दोस्ती को महत्व देती हूं, क्योंकि मुझे लगता है कि यह दोस्ती हमारे लोगों के लिए है। ये देखना हमारी प्राथमिकता है कि दोनों देशों के बीच व्यापार को कैसे बेहतर बनाया जाए।
पड़ोसी देशों के बीच कोई समस्या है तो…
साथ ही कहा कि भारत हमारा पड़ोसी है। हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं। कुछ समस्याएं हैं, लेकिन हमने ज्यादातर का समाधान किया है… मुझे लगता है कि हमें लड़ना नहीं चाहिए। यदि पड़ोसी देशों के बीच कोई समस्या है तो उसे द्विपक्षीय रूप से हल किया जा सकता है।
रोहिंग्याओं को बताया बोझ
रोहिंग्या से जुड़ी समस्याओं पर एएनआइ से बात करते हुए शेख हसीना ने कहा कि हमारे लिए यह एक बड़ा बोझ है, हम अंतरराष्ट्रीय समुदायों और अपने पड़ोसी देशों के साथ परामर्श कर रहे हैं। जिससे वे (रोहिंग्या) घर वापस जा सकें। हम उन्हें (रोहिंग्या) आश्रय दे रहे हैं, सभी चीज उपलब्ध करा रहे।
कोविड के दौरान भी उन्हें वैक्सीन उपलब्ध कराई गई, लेकिन वे (रोहिंग्या) यहां कब तक रहेंगे? कुछ लोग ड्रग्स की तस्करी, महिला तस्करी में लिप्त हैं। वे जितनी जल्दी अपने घर वापस जाएं वो हमारे देश के लिए और म्यामांर के लिए अच्छा है।
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अपने इंटरव्यू में बांग्लादेश की पीएम ने भारत-बांग्लादेश जल बंटवारे के विवाद पर कहा कि हम नीचे की ओर स्थित हैं, पानी भारत से आ रहा। इसलिए भारत को और उदारता दिखानी चाहिए। इससे दोनों देशों को फायदा होगा। कभी-कभी हमारे लोगों को बहुत नुकसान होता है, खासकर तीस्ता नदी के चलते।
मुझे लगता है कि इसे हल किया जाना चाहिए। पीएम (नरेंद्र मोदी) इस समस्या को हल करने के लिए बहुत उत्सुक हैं, लेकिन आपके देश में समस्या है। हम केवल गंगा का जल साझा करते हैं, लेकिन 54 अन्य नदियां भी हैं। यह लंबे समय से चली आ रही समस्या है इसका समाधान किया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी को दिया धन्यवाद
वहीं भारत के सहयोग करने पर शेख हसीना ने कहा कि मैं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वैक्सीन मैत्री पहल के लिए धन्यवाद करती हूं। भारत ने सिर्फ बांग्लादेश ही नहीं, दूसरे दक्षिण एशियाई देशों को भी वैक्सीन उपलब्ध कराई।
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रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान हमारे बहुत से छात्र यूक्रेन में फंसे हुए थे। भारत ने जब अपने छात्रों को वहां से निकाला तब हमारे छात्रों को भी वहां से निकाला, इसके लिए भी मैं प्रधानमंत्री का धन्यवाद करती हूं।
हमारी अर्थव्यवस्था अभी भी बहुत मजबूत
बांग्लादेश के बढ़ते कदम पर शेख हसीना ने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था अभी भी बहुत मज़बूत है। हमने कोरोना महामारी का सामना किया, यूक्रेन-रूस युद्ध का भी प्रभाव पड़ा, लेकिन बांग्लादेश समय पर कर्ज चुकाता रहा है। मुझे नहीं लगता कि हमें कभी श्रीलंका जैसी स्थिति का सामना करना पड़ेगा।