आरयू वेब टीम। देश में लगातार कोरोना वायरस का खतरा बढ़ रहा है। वहीं इस वायरस की चपेट में भारतीय सेना के बाद अब भारतीय नौसेना भी आ गई है। मुंबई में इंडियन नेवी के जवान भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। मुंबई में नौसैनिक अड्डे पर नौसेना के 20 जवान कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इन सभी नौसेना कर्मियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उन्हें मुंबई के कोलाबा में स्थित नौसेना अस्पताल आइएनएचएस अश्विनी में भर्ती कराया गया है। इस बात की जानकारी नौसेना अधिकारियों ने दी।
रिपोर्ट के मुताबिक, नौसेना में कोविड-19 संक्रमण का यह पहला मामला है। सात अप्रैल को आइएनएस आंग्रे बेस पर पहले मामले की पुष्टि हुई थी। इन संक्रमित जवानों के संपर्क में आने वाले अन्य सभी व्यक्तियों का भी टेस्ट किया गया है। नौसेना ने अपने बयान में कहा, ‘मुंबई में नौसेना परिसर के अंदर 21 सेवारत कर्मियों की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसमें मुंबई के तट पर खड़े आईएनएस आंगरे के 20 नाविक शामिल हैं। इनमें से बहुत से स्पर्शोंन्मुख हैं और ये सात अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव मिले नाविक से संक्रमित हुए हैं।’
वहीं भारतीय सेना में अब तक आठ पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं। सेनाध्यक्ष एमएम नरवणे ने मीडिया को बताया कि, ‘पूरी भारतीय सेना में से केवल आठ लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। आठ में से दो डॉक्टर और एक नर्सिंग असिस्टेंट हैं। चार लोगों पर इलाज का प्रभाव दिखाई दे रहा है।’
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सेना के जो जवान किसी कोविड-19 पॉजिटिव के संपर्क में नहीं आए हैं, उन्हें वापस उनकी यूनिट में भेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘हमारे जो जवान किसी भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नहीं आए हैं उन्हें वापस यूनिट भेजा जाएगा। हमने पहले से ही बंगलूरू से जम्मू और बंगलूरू से गुवाहाटी के लिए दो विशेष ट्रेनों को तैयार किया हुआ है।’
भारतीय नौसेना के कर्मियों को ऐसे समय पर कोरोना हुआ है जब अमेरिकी नौसेना में इसके मामले बढ़ रहे हैं। भारतीय नौसेना अध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह ने जोर देकर कहा कि यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि युद्धपोतों और पनडुब्बियों जैसी परिचालन संपत्तियां वायरस से मुक्त रहें और नौसेना हर समय तैयार रहें।
नौसेना कर्मियों के लिए 15 मिनट के वीडियो संदेश में नौसेना अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें अच्छी परिस्थितियों की उम्मीद करते हुए बदतर के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हमें सबसे खराब स्थिति के लिए तैयार रहने की जरूरत है, यह एक लंबी लड़ाई है।’ सशस्त्र बलों ने अपनी रैंकों के अंदर कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए निवारक उपायों का सहारा ले रहे हैं।