बिहार: छात्रा को अगवाह करने आए तीन बदमाशों को हिंसक भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला

भीड़ ने पीट पीटकर मार डाला
प्रतिकात्‍मक फोटो।

आरयू वेब टीम। 

एक ओर जहां लोकतंत्र के लिए खतरा बन रहे भीड़तंत्र पर सुप्रीम कोर्ट ने राज्‍यों को जल्‍द से जल्‍द सख्‍त कानून बनाने की चेतावनी दी है। वहीं दूसरी ओर मॉब लिंचिंग का ताजा मामला सामने आया है। यह घटना बेगूसराय जिले की है, जहां शुक्रवार को हथियार बंद तीन बदमाश एक स्कूल के अंदर छात्रा को अगवा करने के इरादे से घुस गए, लेकिन अपने मंसूबों में कामयाब होने से पहले ही स्कूल में मौजूद स्थानीय लोगों के हत्थे चढ़ गए, जिन्होंने तीनों को पीट-पीटकर मार डाला।

मिली जानकारी के अनुसार बेगूसराय जिले के छौराही थाना क्षेत्र के पंसल्ला गांव स्थित नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाली एक छात्रा को अगवा करने के इरादे से ये तीनों बदमाश वहां पहुंचे थे। बदमाश छात्रा को अगवा करके ले जाने की फिराक में थे, तभी स्कूल के प्रिंसिपल ने इसका विरोध किया तो बदमाशों ने प्रिंसिपल की पिटाई कर दी, जिसके बाद स्कूल परिसर में हो हल्ला मच गया, जिसकी वजह से स्थानीय लोग वहां पर इकट्ठा हो गए।

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भीड़ को स्कूल में इकट्ठा होते देख तीनों बदमाश वहां से भागने लगे। इस बीच लोगों ने एक बदमाश को पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। वहीं स्कूल के एक कमरे में छिपे बाकी दो बदमाशों को भी निकालकर खदेड़ा और जमकर पिटाई की। मौके पर पहुंची पुलिस भी आक्रोशित भीड़ के आगे बेबस हो गई। इसके बाद काफी संख्या में पुलिस बल पहुंचा और इन बदमाशों को भीड़ के चंगुल से छुड़ाया। इसके बाद इन बदमाशों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया

मृतक की पहचान मुकेश महतो, हीरा सिंह समेत अन्य के रूप में की गई है। बताया जा रहा है कि एक बदमाश मुकेश महतो बेगूसराय जिले का कुख्यात अपराधी नागमणि महतो का भाई है।

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने आज ही मॉब लिंचिंग को लेकर सख्त रुख अपनाते हुए फैसला सुनाया है। बीते दिनों देश के कई हिस्सों में मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।

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