आरयू ब्यूरो, लखनऊ/हाथरस। दलित युवती से गैंगरेप व हत्या के मामले में पीड़ित परिवार से मिलने रविवार को भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद पहुंचे थे। परिवार को संत्वाना देने व मुलाकात के बाद चंद्रशेखर ने परिवार की जान को खतरा बताते हुए उसे वाई श्रेणी की सुरक्षा देने की मांग की है। साथ ही चंद्रशेखर ने कहा है दलित परिवार की जान कंगना रनौत की जान से सस्ती नहीं है। जब कंगना को वाई श्रेणी की सुरक्षा मिल सकती है तो पीड़ित परिवारों को क्यों नहीं मिल सकती।
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मीडिया से बात करते हुए चंद्रशेखर ने कहा है कि दलित बेटी का गैंगरेप व हत्या करने वाले के समर्थकों की यहां पंचायत चल रही है। जिसके वीडियो भी सामने आ रहें हैं। ऐसे में परिवार के ऊपर कभी भी भीड़ हमला कर सकती है। इसलिए इन्हें सुरक्षा देनी होगी, सरकार अगर सुरक्षा नहीं दे सकती है तो वह खुद इस परिवार को अपने साथ ले जाएंगे और उसकी सुरक्षा करेंगे, परिवार भी उनके साथ जाने के लिए राजी है, लेकिन प्रशासन इजाजत नहीं दे रहा है। इसके लिए कल वह कोर्ट में भी अपील करेंगे।
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वहीं मामले की सीबीआइ से जांच कराने की बात पर भी चंद्रशेखर आजाद ने विरोधी दर्ज कराया है। आज उन्होंने इस मामले में कहा है कि भाजपा सरकार में जिस तरह से सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग हुआ है, हमने सब देखा है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में जांच होनी चाहिए। उनके संज्ञान में सारा मुकदमा चलना चाहिए। जज भी अगर दलित, अल्पसंख्यक या फिर संविधान में अस्था रखने वाला हो तो और बेहतर होगा।