आरयू वेब टीम। लोकसभा चुनाव के पहले चरण का प्रचार थमने से ठीक पहले मंगलवार को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने भाजपा विधायक भीमा मंडावी के काफिले पर हमला किया है। आईईडी ब्लास्ट के जरिए किए गए इस बेहद घातक हमले में विधायक की मौत हो गयी, जबकि चालक समेत सुरक्षा में लगाए गए चार जवान भी शहीद हो गए हैं।
यह भी पढ़ें- सुकमा में नक्सलियों का CRPF पर हमला, 25 जवान शहीद
बताया जा रहा है कि मंगलवार को चुनावी सभा के बाद कुंआकोण्डा थाना के क्षेत्र के कुआकोण्डा से करीब चार किलोमीटर दूर कुआकोण्डा-बचेली मार्ग पर दंतेवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के विधायक भीमा मंडावी अपने काफिले के साथ जा रहे थे। तभी घात लगातकर नक्सलियों ने उनकी गाड़ी को आईईडी ब्लॉस्ट कर उड़ा दिया। विस्फोट इतना शक्तिशाली थी कि वाहन पूरी तरह से कबाड़ के ढेर में बदल गया। जबकि उसमें बैठे लोगों के शव भी क्षत-विक्षत हो गए।
यह भी पढ़ें- छत्तीसगढ़: सुरक्षाबलों ने दंतेवाड़ा में चार महिला समेत आठ नक्सलियों को किया ढेर
वहीं डीआइजी एंटी नक्सल ऑपरेशंस पी. सुंदर राज ने मीडिया को बताया कि हमला दंतेवाड़ा जिले के कुआंकोंडा इलाके में उस समय हुआ जब विधायक का काफिला यहां से गुजर रहा था। आईईडी ब्लास्ट करके नक्सलियों ने विधायक के काफिले में शामिल सुरक्षाबलों के एक वाहन को निशाना बनाया। वहीं, हमले में शामिल एस्कॉर्ट वाहन के ब्लास्ट की चपेट में आने से एक ड्राइवर और सुरक्षा ड्यूटी में तैनात तीन जवान शहीद हो गए।
यह भी पढ़ें- छत्तीसगढ़: मतदान से पहले नक्सलियों ने किया छह IED ब्लास्ट, जवान शहीद, एक मुठभेड़ में नक्सली भी ढे़र
हालांकि पुलिस की ओर से कहा ये भी जा रहा है कि मंडावी ने उनकी सलाह नहीं मानी थी। छत्तीसगढ़ के डीजीपी डीएम अवस्थी ने मीडिया को बताया कि जिस रूट पर विधायक पर हमला हुआ उस पर न जाने की स्थानीय पुलिस ने उन्हें सलाह दी थी, लेकिन बछेली में सभा को संबोधित करने के बाद थोड़ी दूर पर लगे हाट में लोगों से मिलने का मोह वह छोड़ नहीं पाए। अनुमान लगाया जा रहा है कि इसी वजह से उन्होंने पुलिस की सलाह के बाद भी उस इलाके में जाने का फैसला किया।
यह भी पढ़ें- छत्तीसगढ़: कांकेर में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में BSF के चार जवान शहीद, दो घायल
बताते चले कि दंतेवाड़ा छत्तीसगढ़ की बस्तर लोकसभा क्षेत्र का इलाका है और यहां पर आगामी 11 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग भी होनी है।
चलाया गया सर्च ऑपरेशन
वहीं हमले की जानकारी लगते ही पुलिस-प्रशासन के होश उड़ गए। अधिकारियों ने तत्काल इलाके में सीआरपीएफ और राज्य पुलिस की टीमों को बड़ी संख्या में यहां पर भेजा है, जिसके बाद घटनास्थल के आसपास के इलाके को सील कर देर रात तक सर्च ऑपरेशन चलाया जाता रहा।