अखिलेश का दावा, किसान विरोधी तो पूंजीपतियों की समर्थक हैं भाजपा सरकार की नीतियां

अखिलेश यादव

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किसानों और महंगाई को लेकर आज एक बार फिर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश ने कहा है कि भाजपा सरकार में किसानों को प्रताड़ित किया जा रहा है। कर्ज और महंगाई से तबाह किसानों के लिए भाजपा सरकार की गलत नीतियां जानलेवा साबित हो रही हैं, जबकि भाजपा की नीतियां किसान विरोधी और पूंजीपतियों की समर्थक है। भाजपा सरकार में किसान उपेक्षित और पीड़ित है। साथ ही किसान खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। भाजपा ने किसानों से तमाम झूठे वादे किये। दस साल की सरकार में कोई वादा पूरा नहीं हुआ। किसानों की आय दुगनी नहीं हुई।

कुछ हजार वसूली के लिए यूपी में ली जा रही किसान की जान

आज अपने एक बयान में सपा सुप्रीमो ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों से बड़े-बड़े पूंजीपति बैंकों का हजारों करोड़ रूपया लेकर विदेश भाग गए। भाजपा सरकार ने पूंजीपतियों का लाखों करोड़ रूपया माफ कर दिया वहीं उत्तर प्रदेश में कुछ हजार रूपये कर्ज वसूली में किसान की जान ले ली जा रही है। इस दौरान भाजपा सरकार के इशारे पर कर्ज वसूली के नाम पर बैंक कर्मी किसानों को बेइज्जत करते हैं। तरह-तरह से प्रताड़ित करते हैं।

बैंक कर्मचारियों की संवेदनहीनता ने दलित किसान…

हमला जारी रखते हुए यूपी के पूर्व सीएम ने कहा कि मंगलवार को लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ के हैदराबाद थाना क्षेत्र जमालपुर गांव में भूमि विकास बैंक कर्मचारियों की संवेदनहीनता ने दलित किसान छोटेलाल की जान ले ली। किसान ने बैंक से 60 हजार का कर्ज लिया था। जानकारी मिली है कि बैंक के लोग 60 हजार रूपये का ब्याज समेत तीन लाख रूपया वसूलने आये थे। बैंक अधिकारियों ने किसान छोटे लाल को घंटों जीप में बैठाये रखा। प्रताड़ना से आहत किसान की मौत हो गयी। इससे पहले बुन्देलखंड के जिलों में कर्ज से डूबे कई किसान आत्महत्या कर चुके है।

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बिजली के नाम पर किसानों से हो रही अवैध वसूली

अखिलेश यादव ने आरोप लगाते हुए आज यह भी कहा कि भाजपा सरकार किसानों को लेकर संवेदनहीन बनी है। इसी तरह से बिजली चेकिंग के नाम पर पूरे प्रदेश में किसानों से अवैध वसूली हो रही और प्रताड़ित किया जा रहा। एक तरफ सरकार किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली का झूठा वादा करती है। दूसरी तरफ किसानों से चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली हो रही है। एफआइआर कर उन्हें परेशान किया जा रहा है।

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