आरयू वेब टीम। देश में कोरोना महामारी का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा। अब उत्तराखंड के भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना की कोरोना से मौत हो गई है। दिल्ली के सरगंगाराम अस्पताल में गुरुवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। सुरेंद्र सिंह की मौत की खबर से भाजपा में शोक की लहर दौड़ गई है।
हाल ही में भाजपा विधायक की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद उन्हें दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। विधायक परिवार में सबसे छोटे थे। उनसे बड़े भाई रमेश व महेश जीना दिल्ली में कारोबारी हैं। विधायक के 18 तथा 20 वर्षीय दो पुत्र हैं। विधायक के करीबियों ने बताया कि पत्नी धरमा देवी भी कोरोना संक्रमित थी, जिसके बाद दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था। पत्नी के निधन के बाद से विधायक सदमे में आ गए थे। कई दिनों तक अन्न ग्रहण नहीं किया। इस वजह से भी सेहत बिगड़ती चली गई।
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उत्तराखंड भाजपा के अनुभवी युवा चेहरे और तीन बार के विधायक सुरेंद्र सिंह जीना का दिल्ली में निधन हो गया है। कोरोना संक्रमण के बाद सर गंगा राम अस्पताल में जीना का इलाज चल रहा था, लेकिन करीब दो हफ्ते की लड़ाई के बाद जीना जिंदगी की जंग हार गए। साल 2006 में जीना कुमाऊं मंडल विकास निगम के अध्यक्ष रहे। 2007 में पहली बार भिक्क्यासैंण सीट से विधानसभा पहुंचे। 2012 के चुनाव में दूसरी बार सल्ट विधानसभा से जीते, जबकि 2017 में वह तीसरी बार फिर सल्ट विधानसभा से चुनाव जीत कर आए। सुरेंद्र सिंह जीना महज 50 साल की उम्र में कोरोना के कारण यह दुनिया छोड़कर चले गए।
सुरेंद्र सिंह जीना के निधन पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशी धर भगत ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि सुरेंद्र सिंह जीना हमारे युवा, ऊर्जा वान व योग्य कार्यकर्ता और विधायक थे। वो हमेशा संगठन एवं जनहित में सक्रिय रहते थे। वो एक शालीन व्यक्ति थे और हर वर्ग में लोकप्रिय थे। उनके निधन से पार्टी व समाज को अपूर्णनीय क्षति हुई है। बंशी धर भगत ने कहा कि ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे व उनके परिवार को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करे।