आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को योगी सरकार के साथ ही भाजपा और आएसएस पर निशाना साधा है। सपा अध्यक्ष ने आज अपने एक बयान में कहा कि दिन के उजाले की तरह यह बात साफ है कि भाजपा का नियंत्रण पूरी तरह आरएसएस के हाथों में है।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा की सरकार हो या संगठन बिना आरएसएस की अनुमति के वहां पत्ता भी नहीं हिल सकता है। अखिलेश यादव ने दावा किया कि संघ ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कई निर्देश दिए हैं, जिसमें मुख्य लक्ष्य 2019 का चुनाव जीतने के लिए फिर समाज को बांटने वाले गड़े मुर्दे उखाड़ने पर जोर है।
अखिलेश ने हमला जारी रखते हुए कहा कि भाजपा का ध्यान कभी विकास पर नहीं रहा है। वह सामाजिक सौहार्द की दुश्मन है। केन्द्र के चार साल और राज्य सरकार के 15 महीनों में भाजपा की उपलब्धि बताने लायक कुछ भी नहीं है।
गरीब की छिन गई रोजी-रोटी
इस दौरान मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए यूपी के पूर्व सीएम ने कहा कि जनता ने भाजपा को सत्ता में बिठाया तो उसे बदले में नोटबंदी और जीएसटी मिली। महंगाई रूकी तो नहीं, गरीब की रोजी-रोटी जरूर छिन गई। उद्योग, धंधे भी चौपट हो गए।
उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था ध्वस्त होने की बात करते हुए अखलेश ने कहा कि महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं रूक नहीं रही है। अपराधियों के एनकाउंटर के नाम पर निर्दोषों को मारा जा रहा है।