आगरा: ब्रह्मकुमारी आश्रम में सगी बहनों ने दी जान, सुसाइड नोट में महिला सहित चार को दोषी बता सीएम से की आसाराम की तरह सजा दिलाने की अपील

ब्रह्मकुमारी आश्रम
फाइल फोटो।

आरयू संवाददाता, आगरा। आगरा के जगनेर क्षेत्र स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी आश्रम में दो सगी बहनों ने फांसी लगाकर जान दे दी है। सूचना मिलने पर घटनास्‍थल पर पहुंची पुलिस को मौके से दो सुससाइड मिला है। नोट में बहनों ने आत्‍महत्‍या के लिए अपने रिश्‍तेदारों व एक महिला समेत चार लोगों को दोषी ठहराते हुए सीएम योगी आदित्‍यनाथ से नाबालिग शिष्‍या से बलात्‍कार के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे आसाराम की तरह सजा दिलाने की अपील की है। फिलहाल पुलिस ने शवों को पोस्‍टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ ही आरोपितों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है। पुलिस इस मामले में दो लोगों को हिरसात में लेकर पूछताछ भी कर रही है।

बताया जा रहा ब्रह्मकुमारी आश्रम जगनेर में रह रही एकता (38) ने तीज पेज और उसकी सगी बहन शिखा (34) ने एक पेज का सुसाइड नोट लिखा था। शिखा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि दोनों बहनें एक वर्ष से परेशान थीं। उनकी मौत के लिए नीरज सिंघल, धौलपुर के ताराचंद, नीरज के पिता और ग्वालियर आश्रम में रहने वाली पूनम जिम्मेदार है।

बहनों ने सुसाइड नोट में अपनी मौत के जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है। सुसाइड नोट में लिखा है कि नीरज ने उनके साथ सेंटर में रहने का आश्‍वासन दिया था। सेंटर बनने के बाद उसने बात करना बंद कर दिया। एक साल से हम बहनें रोती रहीं, लेकिन उसने नहीं सुनी। नीरज पूनम से अवैध संबंध बनाता रहा। उसका साथ उसके पिता, पूनम और ताराचंद ने दिया। इन चारों ने हमारे साथ गद्दारी की।

एकता ने लिखा है कि योगी आदित्‍यनाथ जी इनको आसाराम बापू की तरह आजीवन कारावास होना चाहिए। इन लोगों ने बहुतों के साथ गलत किया है। किसी से पैसे लाते हैं, उसी पर केस कर देते हैं। सुसाइड नोट में एकता ने यह भी लिखा कि यह लेटर मुन्नी बहन जी और मृत्युंजय भाई साहब के पास पहुंच जाए। सुसाइड में आश्रम बंद करने की बात के साथ ही यह भी लिखा है कि हमारी मौत के बाद सेंटर को गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए दे दिया जाए।

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एसीपी खेरागढ़ ने बताया रात करीब 12 बजे जगनेर पुलिस को सूचना मिला थी ब्रह्मकुमारी आश्रम में दो सगी बहनों ने सुसाइड कर लिया है। जिसपर पुलिस घटनास्‍थल पर पहुंची थी। मौके पर दोनों बहनों द्वारा लिखा गए दो सुसाइड नोट व उनके मोबाइल मिलें हैं। जिससे महत्‍वपूर्ण जानकारी मिली है। सुसाइड नोट में बहनों ने जिम्‍मेदार नीरज अग्रवाल उसके पिता गुड्डन के अलावा तारा चंद्र और पूनम को अपनी मौत का जिम्‍मेदार बताया है।

रिश्‍ते में एकता-शिखा का भाई है नीरज

एसीपी ने यह भी बताया कि नीरज अग्रवाल रिश्‍ते में एकता व शिखा का भाई है और गुड्डन मौसा हैं। इन्‍हीं चारों लोगों ने मिलकर करीब 20 साल पहले संस्‍था की स्‍थापना की थी, जबकि पूनम मेंबर है। साल भर पहले पहले संस्‍था का 25 लाख रुपए लेकर नीरज और पूनम ग्वालियर सेंटर पर जाकर रहने लगे थे। जिसको लेकर इनके बीच विवाद था इसी के तनाव के चलते बहनों ने सुसाइड किया है। जो सुसाइड नोट में लिखा है। शव को पोस्‍टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ ही पुलिस मामले की जांच कर रही है। गिरफ्तारी के लिए भी टीमें गठित कर दी गयी है।

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