आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को विधानसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों को सकारात्मक भाव बनाये रखने की नसीहत देते हुए कहा कि नकारात्मकता किसी जन प्रतिनिधि को कभी आगे नहीं बढ़ा सकती है। उन्होंने विधानसभा सदस्यों को ’’ठेके, पटटे, तबादला तैनाती’’ से दूरी बनाने की सलाह दी।
योगी आदित्यनाथ ने आज यहां दूसरे दिन उत्तर प्रदेश विधान सभा में ई-विधान व्यवस्था एवं 18वीं विधानसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों के प्रबोधन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि एक विधायक के रूप में वह इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि एक जनप्रतिनिधि अपना जीवन जितना व्यावहारिक बना ले, जनता के साथ उसका संवाद जितना अच्छा होगा, जनता की अपेक्षाओं पर वह उतना ही खरा उतरता दिखाई देगा।”
साथ ही योगी ने कहा कि ”नकारात्मकता किसी जनप्रतिनिधि को कभी आगे नहीं बढ़ा सकती है। मैंने हमेशा देखा है, मैंने इस चुनाव में भी देखा कि एक सदस्य छोटी-छोटी बातों को लेकर जाम करते थे। विकास की कोई योजना आती तो भी प्रदर्शन करते थे। विधानसभा का जिस दिन परिणाम आया, मैंने कहा उस क्षेत्र का परिणाम बताओ तो पता चला कि वे चौथे नंबर पर थे।” योगी ने कहा कि ‘‘सार्वजनिक जीवन में व्यक्ति का धैर्य, शालीनता हमेशा उसको आगे बढ़ाता है। उसका उतावलापन, उसका ठेके-पटटे के प्रति अनुराग, उसका हर एक मामले में हस्तक्षेप करना, हमेशा उसके पतन की ओर लेकर जाता है।”
उन्होंने कहा कि जितने उद्दंडता करने वाले लोग थे वे सब लुढ़कते चले गये तथा जनता जनार्दन सबकी छुट्टी करती चली गई। उन्होंने विधायकों को ठेके-पटटे, तबादला-तैनाती से दूर रहने की नसीहत दी और कहा कि यह बदनामी का कारण बनता है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से अपेक्षा की कि वे नये सदस्यों को बोलने का मौका देंगे।
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योगी ने सवाल उठाया कि अगर उत्तर प्रदेश में जातिवाद की राजनीति सच है तो सुरेश खन्ना (संसदीय कार्य व वित्त मंत्री) कैसे नौंवी बार विधायक बन गये जबकि उनकी जाति का वोट तो शाहजहांपुर में नहीं है। उन्होंने नये सदस्यों को सावधान करते हुए कहा कि जनता जनार्दन स्वरूप है। अगर कोई नकारात्मक है तो जनता उसे नकारात्मक भाव में ही लेती है। योगी ने जोर देकर कहा कि ”अगर हमारे भाव सकारात्मक हैं, प्रदेश-देश हित में हैं, जनता हित में हैं, लोक कल्याण हित में हैं तो जनता भी उसे उसी भाव में लेती हैं।”