आरयू वेब टीम।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी संसद के आगामी मानसून सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पर बिना किसी शर्त के समर्थन करेगी। राहुल ने कहा, ‘हमारे प्रधानमंत्री कहते हैं कि वे महिला सशक्तिकरण के मसीहा हैं। अब उन्हें पार्टी की राजनीति से ऊपर उठकर बातचीत करनी चाहिए और संसद में महिला आरक्षण बिल को पास करना चाहिए। कांग्रेस उन्हें बिना शर्त समर्थन देंगी। राहुल ने इस मामले से संबंधित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पत्र में प्रधानमंत्री से कहा है कि चुनाव में यह आपका मुख्य वादा था। कई सभाओं में आपने महिलाओं को सशक्त बनाने की बात कही है। अपने वादे को पूरा करने के लिए आपको बिल को बिना शर्त समर्थन करना चाहिए। अगर इस बार बिल में कोई देरी की जाती है तो अगले आम चुनाव से पहले इसे लागू करना मुश्किल हो जाएगा।
महिला आरक्षण बिल के तहत संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रस्ताव है। माना जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष का यह पत्र भाजपा के तीन तलाक विधेयक के जवाब में है। भाजपा इस सत्र में तीन तलाक का विधेयक लाना चाहती है, इसके लिए वह विपक्षी दलों से समर्थन की मांग भी कर रही है। संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू हो रहा है।
महिला आरक्षण बिल काफी समय से लटका हुआ है। 1996 में तत्कालीन प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के समय में इस बिल को संसद में पेश किया गया था। 2010 में यह बिल राज्यसभा में पास भी हो गया था, लेकिन बाद में लोकसभा में अटक गया था।
राहुल गांधी का यह बयान उस वक्त आया है, जब शनिवार को प्रधानमंत्री ने यूपी में एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर तीन तलाक बिल में अवरोध पैदा करने का आरोप लगाया है। मोदी ने रैली में पूछा था कि ‘क्या कांग्रेस मुस्लिम पुरुषों की पार्टी है।
Our PM says he’s a crusader for women’s empowerment? Time for him to rise above party politics, walk-his-talk & have the Women’s Reservation Bill passed by Parliament. The Congress offers him its unconditional support.
Attached is my letter to the PM. #MahilaAakrosh pic.twitter.com/IretXFFvvK
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 16, 2018
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