कांग्रेस के स्‍थापना दिवस पर सोनिया का आह्वान, ‘तानाशाही ताकतों’ से देश को बचाने के लिए सभी को होना होगा एकजुट

पेट्रोल-डीजल

आरयू वेब टीम। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के 136वें स्थापना दिवस पर सोमवार को दावा किया कि देश में वर्तमान परिस्थितियां आजादी के पहले की तरह हैं। ऐसे में सोनिया ने आह्वान करते हुए कहा कि ‘तानाशाही ताकतों’ से देश को बचाने के लिए सभी को एकजुट होना होगा। पार्टी की ओर से जारी एक वीडियो में सोनिया ने यह भी कहा कि कांग्रेस को हर मोर्चे पर मजबूत बनाने की जरूरत है।

सोनिया ने आजादी के आंदोलन और देश के विकास में कांग्रेस के योगदान का उल्लेख किया और यह दावा किया, ‘‘आज फिर से परिस्थितियां आजादी से पहले की तरह हैं। जनता के अधिकार कुचले जा रहे हैं। चारो तरफ तानाशाही का आलम है। लोकतांत्रिक और संवैधानिक संस्थाओं को खत्म किया जा रहा है। बेरोजगारी चरम सीमा पर है। खेत-खलिहान पर हमला बोला जा रहा है। देश के अन्नदाता पर काले कानून थोपे जा रहे हैं।’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि, ‘‘ऐसे में हमारी जिम्मेदारी है कि हम एक बार फिर देश को तानाशाही ताकतों से बचाएं और उनसे लोहा लें। यही सच्ची राष्ट्रभक्ति है।’’ उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आह्वान किया, ‘‘जिस तिरंगे के नीचे हमने आजादी हासिल की थी, आज उसी तिरंगे के नीचे हमें एकजुट होना होगा।

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सोनिया ने ये भी कहा कि कांग्रेस को हर मोर्चे पर मजबूत बनाना होगा। यह तिरंगा कांग्रेस और देशवासियों के लिए जीने का हौसला है, लोगों की आशाओं का प्रतीक है और देश का गौरव है। हमें आम जन के दिलों को जीतना है।

विदेश यात्रा पर घिरे राहुल

वहीं दूसरी ओर स्थापना दिवस से एक दिन पहले ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी विदेश दौरे पर रवाना हो गए हैं। पार्टी ने कहा है कि वे व्यक्तिगत यात्रा पर रवाना हुए हैं, लेकिन राहुल की इस यात्रा ने उनके विरोधियों को हमला बोलने का अवसर दे दिया है। साथ ही सोशल मीडिया पर भी लोग राहुल को निशाने पर ले रहे हैं।

भाजपा से लेकर आलोचकों का कहना है कि राहुल ऐसे अहम समय पर विदेश दौरे पर गए हैं, जिस समय राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन जारी है और कांग्रेस का नया अध्यक्ष चुनने के लिए आंतरिक चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि कांग्रेस नेता ने अगर किसानों को समर्थन दिया है, तो उन्हें भारत में रहकर उनके लिए आवाज उठानी चाहिए थी ना कि विदेश दौरे पर रवाना होना चाहिए।

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