कांग्रेस का हमला, CM योगी का 72 घंटे में किसानों की फसल के भुगतान का दावा है एक और छलावा

किसानों पर कार्रवाई

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। किसानों को उनकी उपज का 72 घंटे के भीतर भुगतान किये जाने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर रविवार को कांग्रेस ने योगी सरकार पर हमला बोला है। बयान को पूरी तरह झूठा और हास्यास्पद करार देते हुए कहा कि ये प्रदेश के किसानों के साथ एक और छलावा है।

यूपी कांग्रेस के प्रवक्‍ता डॉ. उमा शंकर पाण्डेय ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य तक नहीं दे पा रही। उन्होने कहा कि धान खरीद में प्रदेश में व्यापक धांधली की शिकायतें लगातार आती हैं। धान क्रय केंद्र समुचित मात्रा में न खुलने से जहां किसान परेशान रहे वहीं किसानों को घटतौली, क्रय केंद्रों पर व्याप्त धांधली, सत्ताधारी दल के बिचैलियों का धान क्रय केंद्रों पर अराजकता सहित तमाम मुसीबतों का सामना करना पड़ा और अपनी उपज को सेठ-साहूकारों के हाथों औने-पौने दामों में बेंचने को विवश होना पड़ा है। ऐसे में मुख्यमंत्री जी का बयान पूरी तरह खोखला और किसानों के साथ एक और छलावा है।

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वहीं सीएम योगी पर निशाना साधते हुए उमा शंकर पाण्डेय ने कहा कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव के दौरान अपने संकल्प पत्र में 14 दिनों के अंदर गन्ना किसानों के बकाये भुगतान और भुगतान न होने की स्थिति में बकाये पर ब्याज सहित भुगतान करने का वादा किया था मगर योगी सरकार के चार वर्ष बीत रहे हैं और गन्ना किसानों का अभी तक बकाया भुगतान नहीं हो पाया। आर्थिक तंगी के चलते किसानों को आत्महत्या तक करनी पड़ी। बुंदेलखंड के दर्जनों किसानों ने भाजपा सरकार की किसान विरोधी नीतियों के चलते आत्महत्या कर ली है।

किसानों पर उत्पीड़नात्मक कार्रवाई

कांग्रेस प्रवक्‍ता ने कहा योगी सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा निर्दयतापूर्वक बागपत में रात्रि में किसानों पर उत्पीड़नात्मक कार्रवाई की गयी और बर्बर लाठीचार्ज कर किसानों को भगाकर आंदोलन को समाप्त कराया गया। जिसमें तमाम किसान गंभीर रूप से घायल हुए। यही आदेश योगी सरकार ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों एवं पुलिस कप्तानों को दिया था।

आंदोलन को समाप्त कराने की पूरी तैयारी थी मगर …

इतना ही नहीं गाजीपुर बार्डर पर भी किसानों के आंदोलन को समाप्त कराने की पूरी तैयारी थी मगर तमाम किसान नेताओं के संघर्ष, साहस और प्रबल विरोध के बाद यह संभव नहीं हो सका। इस दौरान उमा शंकर ने ये दावा करते हुए कहा कि राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भी तत्काल किसानों के समर्थन में आवाज उठायी और योगी सरकार को अपने कदम पीछे खींचने के लिए मजबूर होना पड़ा।

…सीएम के किसान विरोधी रवैये को करता है उजागर

इसके अलावा कांग्रेस प्रवक्‍ता ने कहा कि दिल्ली-गाजीपुर बार्डर पर केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा लागू किये गये तीन काले कृषि कानूनों को वापस लिये जाने तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी की मांग को लेकर विगत 70 दिनों से इस हाड़ कंपाने वाली ठंड में आंदोलनरत अन्नदाता किसानों पर भाजपा सरकार द्वारा किये जा रहे दमन और उत्पीड़नात्मक कार्रवाई खुद ब खुद मुख्यमंत्री के किसानों के प्रति उदासीन और किसान विरोधी रवैये को उजागर करता है।

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