आरयू वेब टीम। विपक्ष के आरोपों से घिरी केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने अब उत्तराखंड सरकार के पूर्व तत्कालीन मंत्री रहें हरक सिंह रावत सहित कई अन्य के खिलाफ छापेमारी की है। ईडी ने राजधानी दिल्ली, उत्तराखंड, चंडीगढ़ और पंचकूला सहित कुल 16 लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन की कार्रवाई को अंजाम दिया। सर्च ऑपरेशन उत्तराखंड से जुड़ा वन विभाग के कथित घोटाले जुड़ा बताया जा रहा।
मिली जानकारी के मुताबिक सात फरवरी को भोर में करीब साढ़े पांच बजे एक बड़ी सर्च ऑपरेशन की कार्रवाई को प्रारंभ किया गई। प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार सुबह उत्तराखंड, दिल्ली और चंडीगढ़ में कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत से जुड़े कई परिसरों की तलाशी शुरू की। देहरादून में डिफेंस कॉलोनी स्थित उनके आवास पर दस्तावेजों को खंगाला जा रहे।
ईडी ने पूर्व मंत्री के करीबियों को भी निशाने पर लिया है। सूत्रों का कहना है कि ईडी की जांच राज्य के कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में कथित अवैध गतिविधियों से जुड़ी हुई है। इससे पहले अगस्त 2023 में विजिलेंस विभाग ने हरक सिंह रावत के खिलाफ एक्शन लिया था।
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बता दें की हरक सिंह रावत का जन्म 15 दिसंबर 1960 को हुआ था। उन्होंने 1984 में कला में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की। लैंसडाउन निर्वाचन क्षेत्र से जीत के बाद 2002 में उन्हें चार विभागों- राजस्व, राजस्व, खाद्य और नागरिक आपूर्ति, आपदा प्रबंधन और पुनर्वास का कैबिनेट मंत्री बनाया गया था।
हरक सिंह रावत को भाजपा ने अनुशासनहीनता के कारण निष्कासित कर दिया था। उन्हें छह साल के लिए पार्टी से बाहर किया गया। साथ ही राज्य कैबिनेट मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया था। इसके बाद हरक सिंह रावत 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हो गए। उनकी बहू अनुकृति गुसाईं ने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया था।