आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लखीमपुर कांड के मुख्य आरोपित अशीष मिश्रा के पिता व मोदी सरकार के मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ की बर्खास्तगी को लेकर कांग्रेस विधायकों ने प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में आज लगातार तीसरे दिन विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान विधायको ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर टेनी को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए, विरोध में आसमान में काले गुब्बारे उड़ाए, हालांकि कांग्रेस नेताओं को गुब्बारे उड़ाने से पुलिस रोकती रही।
इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लखीमपुर नरसंहार के बाद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के आपराधिक अतीत की तमाम खबरें और गवाह सामने आये हैं। इसके बावजूद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का इस्तीफा न लिया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। जिस तरह से उन्होंने लखीमपुर में पत्रकारों से दुर्व्यवहार किया, वह बताता है कि वे संवैधानिक पद पर रहने के वे कतई योग्य नहीं हैं।
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भाजपा पर निशाना साधते अजय लल्लू ने कहा कि जब तक केंद्रीय मंत्री की बर्खास्तगी नहीं होगी तब तक यूपी कांग्रेस विरोध-प्रदर्शन जारी रखेगी। साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पुलिस से यूपी कांग्रेस के सिपाही डरने वाले नहीं। पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी ने लखीमपुर में मंत्री के बेटे द्वारा गाड़ी से कुचले गए किसानों के परिवार वालों को न्याय दिलाने का वादा किया है जिसे हर हाल में पूरा किया जाएगा।
प्रधानमंत्री का अपराधी मुक्त संसद का वादा निकला खोखला: आराधना मोना
वहीं आराधना मिश्रा मोना ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री का देशवासियों से किया गया अपराधी मुक्त संसद का वादा खोखला निकला। लखीमपुर नरसंहार के दोषी मंत्री को बर्खास्त न करना कहीं न कहीं प्रधानमंत्री द्वारा अपराधियों के मनोबल को ताकत देता है और संसद की गरिमा को धूमिल करता है। लोकतंत्र में तानाशाही का जवाब जनता चुनाव में देती है और केंद्रीय मंत्री की बर्खास्तगी न करना 2022 में भाजपा सरकार के अंत का कारण बनेगा।