कोरोना उपकरणों की खरीद में भ्रष्‍टाचार का आरोप लगा, संजय सिंह ने चिकित्‍सा शिक्षा मंत्री समेत अफसरों पर FIR दर्ज करने के लिए दी तहरीर

उपकरणों की खरीद में भ्रष्‍टाचार

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। कोरोना काल में मेडिकल उपकरणों की हुई खरीद में बड़े घोटाले का आरोप लगा आम आदमी पार्टी ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। साथ ही आप नेता संजय सिंह ने धांधली से जुड़े दस्तावेजों को पेश कर भ्रष्टाचार का हिस्सा अधिकारियों से लेकर मंत्री और सरकार तक को जाने का आरोप लगाया है।

इसी क्रम में बुधवार को सांसद संजय सिंह ने इस मामले में यूपी के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना समेत कई आलाधिकारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई के लिये लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में तहरीर भी दे दी है।

इस बात की जानकारी देते हुए संजय सिंह ने कहा कि मेडिकल उपकरणों की खरीद में हुए घोटाले के मामले में कड़ी कार्रवाई के लिये उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग के मंत्री सुरेश खन्ना, प्रमुख सचिव आलोक कुमार, एसजीपीजीआई के डॉ. आर.के. धीमान, लोहिया संस्थान के डॉ. सोनिया नित्यानंद समेत कई अन्य लोगों के खिलाफ हजरतगंज थाने में धारा 409 119 120B 13 (2) और 15 में एफआइआर दर्ज करने की तहरीर दे दी। उन्होंने कहा कि अगर इस पर कार्रवाई न हुई तो वो कोर्ट जाकर मामले को उठाएंगे।

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संजय सिंह ने आगे कहा कि ऐसे भ्रष्टाचारियों की जगह जेल में होनी चाहिए, सचिवालय या मंत्रालय में नहीं। हमारे पार्टी के पदाधिकारी लोकायुक्त से भी इस मामले की शिकायत करेंगे। ये कोई ऐसा मामला नहीं है, जिसे हम छोड़ देंगे। ये लोगों की जिंदगी से जुड़ा मामला है, जिसमें 58 करोड़ का भ्रष्टाचार हुआ है। इस मामले में कार्रवाई के लिये हम लोग हर स्तर पर पैरवी करेंगे।

बता दें कि सांसद संजय सिंह ने मेडिकल उपकरणों की खरीद में एक बड़ा घोटाला होने का दावा किया है। संजय सिंह के मुताबिक, “योगी सरकार ने जिस वेंटिलेटर को 22 लाख में खरीदा है। एमपी सरकार ने महज 10.27 लाख में खरीदा है, जो वेंटिलेटर यूनिवर्सल बाजार में नौ लाख में उपलब्ध है, उसे योगी सरकार 17 लाख में खरीद रही है। बाईपैप की खरीद 273000 में की गई है, जबकि बाजार में इसकी कीमत लगभग एक लाख ही है।

”उन्होंने कहा, “इन्फ्यूजन मशीन, पोर्टेबल टेबल एक्स रे मशीन आदि दर्जन भर से ज्यादा उपकरण दो से तीन गुना कीमत पर खरीदे जा रहे हैं। पहली लहर के दौरान 27 मार्च, 2020 योगी सरकार ने 200 वेंटिलेटर 1700000 रुपए की दर से खरीदे मगर यही वेंटिलेटर मध्यप्रदेश सरकार को महज 10 लाख 27 हजार रूपये में मिल जाता है। आरटीपीसीआर मशीन मध्य प्रदेश की सरकार को 14 लाख रूपये में मिल जाती है, तो वही मशीन योगी सरकार में आगरा और बदायूं जिले में 49 लाख रूपये में खरीदी गई है।”

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