UP में कांवड़ यात्रा पर SC की नोटिस के बाद बोले स्वास्थ्य मंत्री, “ये आस्‍था का विषय, हर साल की तरह होगी यात्रा”

हर साल की तरह होगी यात्रा
मीडिया से बात करते स्वा‍स्‍थ्‍य मंत्री। फोटो साभार (एएनआइ)

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट द्वारा कांवड़ यात्रा पर स्वत: संज्ञान लिए जाने के बाद यूपी के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह का बयान सामने आया है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने बुधवार को कहा है कि 25 जुलाई से पहले सरकार कांवड़ यात्रा को लेकर तैयारी पूरी कर लेगी। साथ ही कहा कि ये राज्य की जिम्मेदारी है और हम सुनिश्चित करेंगे कि श्रद्धालुओं की आरटीपीसीआर टेस्टिंग हो।

स्वास्थ्य मंत्री ने आगे ये भी कहा कि यह आस्था का विषय है और हर साल की तरह यह यात्रा होगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन होगा। यह कोई नई यात्रा नहीं है। आस्था के माध्यम से कई लोग इससे जुड़े हुए हैं। हम कोर्ट के फैसले के आधार पर बातचीत करेंगे।

इसके अलावा स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा कि राज्यों के साथ पीएम मोदी की बातचीत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अगर हम लापरवाह हैं तो तीसरी लहर अपरिहार्य है। अब हिल स्टेशनों पर जाने वाले लोग गलत हैं। आज प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया तो बाद में भुगतना पड़ेगा।

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बता दें कि कांवड़ यात्रा को मंजूरी देने के यूपी सरकार के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है। इसके लिए योगी व केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है, जिसकी शुक्रवार को सुनवाई होगी। जस्टिस रोहिंटन नरीमन की अध्यक्षता ने संज्ञान लिया है।

गौरतलब है कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  द्वारा कोविड नियमों की अनदेखी पर चिंता जाहिर की। मोदी ने कोरोना वायरस की तीसरी लहर रोकने के लिये लोगों से कोविड नियमों से समझौता नहीं करने की अपील की। पीएम मोदी ने कहा, “यह सच है कि कोरोना के कारण पर्यटन और कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है, लेकिन मैं आज जोर देते हुए यह कहना चाहूंगा कि पहाड़ी पर्यटन स्थलों और बाजारों में बिना मास्क के भारी भीड़ का जुटना सही नहीं है।

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