चुनाव से पहले धनंजय सिंह जेल से रिहा, पत्नी के लिए करेंगे प्रचार

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। बरेली जेल में बंद जौनपुर के पूर्व सांसद बाहुबली धनंजय सिंह बुधवार को बरेली सेंट्रल जेल से जमानत पर छूट कर बाहर आए। धनंजय सिंह की रिहाई की सूचना मिलने के बाद काफी संख्या में समर्थक बरेली सेंट्रल जेल पहुंचे। जेल से बाहर निकालने के बाद मीडिया कर्मियों से बात करते हुए धनंजय सिंह ने कहा कि उन्हें फर्जी मुकदमे में सजा हुई थी।

धनंजय सिंह जेल से आने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें फर्जी मुकदमे में सजा हुई थी। साथ ही कहा कि वर्ष 2020 में मुझ पर जो मुकदमा दायर किया गया था वह पूरी तरह से फर्जी है। यही कारण है कि उच्च न्यायालय ने मुझे जमानत दी है। धनंजय सिंह ने ये भी कहा कि बसपा के टिकट पर मेरी पत्नी जौनपुर से लोकसभा चुनाव लड़ रही है ऐसे में बरेली से सीधे जौनपुर जाऊंगा और अपने पत्नी के लिए चुनाव प्रचार करूंगा।

दरअसल, अभी चार दिन पहले ही धनंजय सिंह को जौनपुर जेल से बरेली सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था। जिस दिन पहले धनंजय सिंह को जौनपुर से पुलिस सुरक्षा में लेकर बरेली जेल में शिफ्ट किया जा रहा था उसी दिन धनंजय सिंह को हाई कोर्ट से जमानत मिल गई थी। जमानत मिलने के बाद प्रक्रिया पूरी होने पर बुधवार को धनंजय सिंह जेल से बाहर आए।

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मालूम हो कि इंजीनियर अभिनव सिंघल के अपहरण और रंगदारी के के मामले में जौनपुर की एमपी एमएलए कोर्ट द्वारा छह मार्च को धनंजय सिंह को सात साल की सजा सुनाई गई थी। धनंजय सिंह पर आरोप था कि दस में 2020 को जौनपुर के लाइन बाजार में धनंजय सिंह के समर्थकों ने इंजीनियर अभिनव सिंघल का अपहरण कर लिया था।

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